लखनऊ: चारबाग रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकटों को असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है. दरअसल चारबाग पर उत्तर रेलवे व पूर्वोत्तर रेलवे दोनों के रेलवे स्टेशन हैं. बीते दिनों उत्तर रेलवे ने प्लेटफार्म टिकट के रेट ₹50 कर दिए थे. पूर्वोत्तर रेलवे के प्लेटफार्म टिकट अभी भी ₹10 के हैं. ऐसे में पूर्वोत्तर रेलवे से प्लेटफार्म टिकट लेकर अगर कोई यात्री उत्तर रेलवे के प्लेटफार्म पर जा रहा है तो उसे जुर्माना भरना पड़ रहा है. इससे दोनों स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतें हो रही हैं.
चारबाग उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का स्टेशन है, जबकि लखनऊ जंक्शन पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का स्टेशन है. चारबाग स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट की दर 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दी गई है. लखनऊ जंक्शन के प्लेटफॉर्म टिकटों के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. असल दिक्कत की वजह यह है कि चारबाग स्टेशन से जो प्लेटफॉर्म टिकट जारी किए जा रहे हैं, उस पर लखनऊ व लखनऊ जंक्शन दोनों लिखा रहता है. जिससे यात्रियों को कन्फ्यूजन हो रही है. शुक्रवार को ऐसे टिकट सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए, जो दोनों मंडलों के अधिकारियों के लिए माथापच्ची की वजह भी बने रहे.
हालांकि, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनके स्टेशनों से प्लेटफॉर्म टिकट के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. न ही ऐसा करने का कोई विचार है. चारबाग स्टेशन पर औसतन महीने में 15 हजार प्लेटफॉर्म टिकट बिकते हैं. 80 प्रतिशत पैसेंजर प्लेटफॉर्म टिकट लेते ही नहीं. रेलवे के पास भी स्टाफ की कमी है, जिससे सघन चेकिंग नहीं की जा पाती है.
प्लेटफॉर्म टिकट जारी करने वाली मशीनों में गलत फीडिंग (wrong feeding into the machine) की वजह से दिक्कतें हो रही हैं. चारबाग स्टेशन व लखनऊ जंक्शन से जारी होने वाले प्लेटफॉर्म टिकटों की दरों के अंतर तो स्पष्ट हो जाते हैं, पर उस पर लखनऊ व लखनऊ जंक्शन दोनों के लिखे होने से कन्फ्यूजन होता है. जिससे यात्री उसी टिकट पर दोनों स्टेशन पहुंच जाते हैं. उत्तर रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि बगैर प्लेटफॉर्म टिकट पाए जाने पर रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है. पांच सौ रुपये तक जुर्माना लगाया जाता है. जिस स्टेशन से प्लेटफॉर्म टिकट जारी होता है, वह उसी के लिए मान्य रहता है. दूसरे स्टेशन पर टिकट इस्तेमाल करते पाए जाने पर कार्रवाई की जाती है.