लखनऊ: प्रदेश के सभी जिलों में स्थापित राजकीय औद्योगिक संस्थानों को नोडल केंद्र बनाकर वरीयता के आधार पर प्रवेश के निर्देश दिए गए हैं. वर्तमान में राजकीय और निजी आईटीआई में पढ़ाई के साथ-साथ प्रवेश प्रक्रिया भी चल रही है. व्यवसायिक प्रशिक्षण परिषद ने पूरे प्रदेश के सभी जिलों में स्थापित राजकीय औद्योगिक संस्थानों को नोडल केंद्र बनाकर वरीयता के आधार पर प्रवेश करने का निर्देश दिया है.
इन सीटों पर होगा प्रवेश
20 नवंबर तक आईटीआई में प्रवेश पूरे होने की संभावना जताई गई है. व्यवसायिक परीक्षा परिषद के संयुक्त निदेशक एससी तिवारी ने बताया कि प्रदेश में 305 सरकारी और 2939 निजी आईटीआई संस्थान हैं. सभी में सीटों के सापेक्ष प्रवेश के निर्देश दिए गए हैं. सभी नोडल केंद्रों को सूची भेजी जा चुकी है. केंद्र और राज्य सरकार की 67 ट्रेडों की रिक्त सीटों पर प्रवेश होंगे.
ये नियम होंगे लागू
लखनऊ चारबाग में स्थित आईटीआई संस्थान के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप कक्षाओं का संचालन होगा. किसी भी बीमार छात्र या अनुदेशक को आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. प्राइवेट आईटीआई एसोसिएशन के राजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित फीस ली जाएगी. कोई अतिरिक्त फीस नहीं लेगा. कोरोना महामारी के चलते हम सब सरकार के फैसले के साथ हैं. निजी संस्थानों में प्रवेश की प्रक्रिया सरकारी के मुकाबले धीमी है. अधिकतर संस्थानों में सीटें भी अभी रिक्त हैं. परिषद की ओर से पोर्टल पर पंजीकृत विद्यार्थी को ही प्रवेश दिया जाएगा. सीधे प्रवेश से पहले पंजीयन करना अनिवार्य होगा .संस्थानों की ओर से शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ दिलाने का भरोसा देकर अभ्यर्थियों को प्रवेश के लिए बुलाया जा रहा है.