लखनऊ: पूरे देश में ठंड का आगाज हो चुका है. शीतलहर ने उत्तर भारत को अपने आगोश में ले रखा है. दो दिन पहले प्रदेश में जोरदार बारिश भी हुई है, जिससे चलते ठंडक चरम पर पहुंच गई है. इस ठंडक का सबसे ज्यादा असर सड़क पर सोने वाले लोगों पर होता है. जोरदार ठंड पड़ने के बावजूद भी शहर में कहीं भी अलाव का इंतजाम नहीं हुआ है.
ठंड ने दिखाया असर
आधा दिसंबर बीत चुका है. अब ठंड ने भी असर दिखाना शुरू कर दिया है. दो दिन पहले शहर में दिनभर बारिश भी हुई, जिससे ठंड और बढ़ गई है. कड़क ठंड की वजह से लोग भी बाहर निकलने में संकोच कर रहे हैं.
जिला प्रशासन की तैयारी नहीं
जिला प्रशासन की तरफ से तैयारी कुछ भी नहीं की गई है, जो लोग बाहर खुले में रहते हैं. उनके लिए आफत है. नगर निगम और जिला प्रशासन को कुछ दिखाई नहीं दे रहा है. किसी भी चौराहे पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है.
नगर आयुक्त ने दिया बयान
ईटीवी भारत ने जब लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी से इस मसले पर पूछा तो उन्होंने बताया कि दो दिन से ठंड काफी बढ़ गई है. इसके मद्देनजर व्यवस्था की जा रही है.
इसे भी पढ़ें- लखनऊ: सीएम योगी ने राम मंदिर निर्माण के लिए हर परिवार से मांगे 11 रुपये और शिला
अलाव को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं
उनसे जब ठंड में अलाव जलाने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि इसके लिए वन विभाग से 20 लाख का टेंडर जारी किया गया है. लकड़ियों की व्यवस्था कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि शहर के 300 पॉइंट्स का चिन्हीकरण किया गया है. सभी पॉइंट्स पर बहुत जल्द अलाव की व्यवस्था करा दी जाएगी.
अभी सिर्फ 35 पॉइंट्स पर पहुंची लकड़ियां
नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी से जब ईटीवी भारत ने पूछा कि कहां अलाव जल रहे हैं तो उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ 35 पॉइंट्स पर लकड़ियां पहुंची हैं. वहां अलाव जल रहे हैं. उन्होंने बताया कि अलाव मुख्य चौराहों, अस्पताल के पास जलाए जा रहे हैं.
रियलिटी चेक की हकीकत
ईटीवी भारत ने जब हकीकत जानने के लिए रियलिटी चेक किया तो कुछ और ही नजर आया. किसी भी चौराहे और अस्पताल के बाहर अलाव जलता नहीं दिखाई दिया. नगर आयुक्त के दावे हवा में उड़ते दिखाई दिए.