लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित इंदिरा भवन में आतंकवादी छिपे होने की खबर पुलिस को मिली थी. यह सूचना अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सचिव ने फोन करके पुलिस को दी थी. उन्होंने पुलिस को फोन करके यूपी अल्पसंख्यक आयोग के निवर्तमान सचिव रविशंकर मिश्रा के कमरा नम्बर 601 में आतंकवादियों के होने की सूचना दी. इसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने इंदिरा भवन के छठे तल पर पहुंच कर जांच की, जहां तहकीकात में सूचना को गलत पाया गया.
सूचना निकली फर्जी
उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग के रिव्यु ऑफिसर मजरुल हक ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि इस फर्जी सूचना को देने का कारण उनका यहां से हटाया जाना हो सकता है. वहीं कर्मचारी यूनियन के मंत्री शाकिर हुसैन का कहना है कि मुशर्रफ हुसैन के बेटे द्वारा आरोप लगाया गया है कि आयोग के सदस्यों और अधिकारियों के चलते उनके पिता का ट्रांसफर कराया गया है.
'पूर्व सचिव मुशर्रफ हुसैन रिजवी की दिमागी स्थिति सही नहीं'
शाकिर हुसैन का कहना है कि पिता के ट्रांसफर की बात को लेकर ही मुशर्रफ हुसैन ने आज पुलिस को फोनकर आयोग में आतंकवादी छिपे होने की सूचना दी थी. शाकिर हुसैन के मुताबिक पूर्व सचिव मुशर्रफ हुसैन रिजवी की दिमागी स्थिति अभी सही नहीं है. वह पहले भी आयोग पहुंचकर हंगामा कर चुके हैं.