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सावधान! 10 दिनों में इन कोरोना मुक्त जिलों में फिर से पहुंचा वायरस, ओमीक्रोन ने बढ़ाई टेंशन

उत्तर प्रदेश में कोरोना मुक्त हो चुके जिलों में पांव पसार रहा वायरस. यूपी के 30 जिलों में दोबारा पहुंचा वायरस. अब सिर्फ 15 जिले ही शेष जहां नहीं है कोरोना के एक भी मामले. यूपी के दो जिलों गाजियाबाद और रायबरेली में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की पुष्टि.

कोरोना मुक्त जिलों में फिर से पहुंचा वायरस
कोरोना मुक्त जिलों में फिर से पहुंचा वायरस
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Published : Jan 1, 2022, 9:40 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में खतरनाक कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. हाल ये है कि कोरोना मुक्त हो चुके जिलों में भी वायरस धीरे-धीरे पांव पसार रहा है. ऐसे में तीसरी लहर का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. 10 दिनों में प्रदेश के उन 30 जिलों में वायरस दोबारा पहुंच गया है जोकि कोरोना से मुक्त हो चुके थे. अब सिर्फ 15 जिले ही शेष हैं, जहां अभी पॉजिटिव मरीज नहीं हैं. शनिवार सुबह तक प्रदेश में 251 नए मरीज मिले हैं, फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. वहीं, आज से 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए पोर्टल पर पंजीकरण भी किया जा सकेगा.

यूपी में शुक्रवार को 1 लाख 75 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 251 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. वहीं 29 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 28 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. वहीं, लखनऊ में 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization WHO) के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस मिले हैं.

यह भी पढ़ें- BJP विधायक सुनील शर्मा कोरोना संक्रमित, यशोदा अस्पताल में भर्ती


दो जिलों में ओमीक्रोन
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं, 25 दिसंबर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. ज्यादातर में डेल्टा वेरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों पर नजर रखी हुई है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए हैं. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है.

862 पहुंची एक्टिव केसों की संख्या
राज्य में एक्टिव केस की संख्या 862 हो गई है. वहीं, तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन अस्पतालों को दिए गए हैं.

0.01 फीसदी पॉजिटीविटी रेट
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 1.85 फीसदी है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसदी है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसदी रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसदी पॉजिटीविटी रेट रहा. वर्तमान में 15 जिलों में एक भी केस नहीं है.

98.6 फीसदी रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 862 हो गई है. वहीं, रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसदी था, वह अप्रैल में घटकर 76 फीसदी तक पहुंच गया है. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसदी के बजाए 98.6 फीसदी रह गया. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए थे. वहीं, 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई थी.


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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में खतरनाक कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. हाल ये है कि कोरोना मुक्त हो चुके जिलों में भी वायरस धीरे-धीरे पांव पसार रहा है. ऐसे में तीसरी लहर का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. 10 दिनों में प्रदेश के उन 30 जिलों में वायरस दोबारा पहुंच गया है जोकि कोरोना से मुक्त हो चुके थे. अब सिर्फ 15 जिले ही शेष हैं, जहां अभी पॉजिटिव मरीज नहीं हैं. शनिवार सुबह तक प्रदेश में 251 नए मरीज मिले हैं, फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. वहीं, आज से 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए पोर्टल पर पंजीकरण भी किया जा सकेगा.

यूपी में शुक्रवार को 1 लाख 75 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 251 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. वहीं 29 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 28 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. वहीं, लखनऊ में 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization WHO) के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस मिले हैं.

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दो जिलों में ओमीक्रोन
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं, 25 दिसंबर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. ज्यादातर में डेल्टा वेरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों पर नजर रखी हुई है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए हैं. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है.

862 पहुंची एक्टिव केसों की संख्या
राज्य में एक्टिव केस की संख्या 862 हो गई है. वहीं, तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन अस्पतालों को दिए गए हैं.

0.01 फीसदी पॉजिटीविटी रेट
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 1.85 फीसदी है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसदी है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसदी रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसदी पॉजिटीविटी रेट रहा. वर्तमान में 15 जिलों में एक भी केस नहीं है.

98.6 फीसदी रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 862 हो गई है. वहीं, रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसदी था, वह अप्रैल में घटकर 76 फीसदी तक पहुंच गया है. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसदी के बजाए 98.6 फीसदी रह गया. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए थे. वहीं, 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई थी.


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