लखनऊ: राजधानी में अपनी मां की हत्या करने वाला 16 साल का बेटा ऐसे ही नहीं पुलिस को उस गुमनाम किरदार की कहानी बता रहा था, जिसके लिए कह रहा था कि उसी ने मेरी मां को मारा है. बल्कि कोई एक सख्स था जिसने पुलिस से झूठ बोलकर बचने की ट्रेनिंग दी. नाबालिग को एक बयान रटाया और लिख दी नाबालिग को साधना सिंह की हत्या से बचने की स्क्रिप्ट, लेकिन उसे क्या मालूम था एक पिस्टल उसके राज खोल देगी. मां को मार कर 3 दिन तक लाश को छुपाने वाला बेटा रटा-रटाया हुआ बयान बोलने के ढाई मिनट बाद ही पुलिस के सामने सच उगल देगा.
पीजीआई के यमुनापुरम में मां की हत्या करने के 3 दिन दिन पहले और 3 दिन बाद तक नाबालिग ने किसी को अपने घर के अंदर घुसने नहीं दिया. पिता के सैकड़ों फोन का जवाब नहीं दिया और अचानक 7 जून को मां की हत्या करने की जानकारी अपने पिता को देने के बाद उसने पुलिस के आने से पहले ही अपने घर के दरवाजे खोल दिए और बोल दिया वो एक गुमनाम सख्स के सिखाए हुए शब्द कि 'कोई रोज आता था वो आज भी आया और मम्मी को मार कर चला गया'.
पिता के बाद पुलिस को दिखाई पिस्टल
7 जून को साधना सिंह की हत्या की सूचना मिलने पर यमुनापुरम में उस घर पर पहुंचे दारोगा ने बताया कि उन्हें आरोपी बेटा गेट पर खड़ा मिला. जैसे कि वो पुलिस के आने का ही इंतजार का रहा हो. उसने बोला कि मेरी मां को एक आदमी ने मार दिया है. वो रोज घर पर भी आता था. इसके बाद वो खुद हमें अंदर ले गया. घर में दाखिल होते ही पहले कमरे में रखे डाइनिंग टेबल पर नवीन सिंह की Gun & Shell Factory, कोलकाता की बनी पिस्टल रखी हुई थी.
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बेटे ने सबसे पहले पिस्टल दिखाई. पुलिस ने पूछा कि पिस्टल यहां क्यों रखी है, जिस पर बेटे ने जवाब दिया कि आपको कॉल करने से पहले पापा को वीडियो कॉल करके पिस्टल दिखाई थी कि इसी से मां की हत्या की है. यानी उसने उसी दौरान उसने कुबूल कर लिया था कि मां की हत्या उसी ने की है. साफ है कि आरोपी बेटा गेट के बाहर रटाया हुआ बयान पिस्टल दिखाते हुए बोलना भूल गया और उसने कबूल कर लिया कि पिता को बताया था कि उसने पिस्टल से हत्या की है. यही नहीं मौके पर कबूलनामे के बाद पुलिस भी यही कहती रही है कि आरोपी आखिर तक आकाश नाम के इलेक्ट्रिशियन पर हत्या का आरोप मढ रहा था.
पिता को वीडियो कॉल होने के 2 घंटे बाद पुलिस को मिली सूचना
अपने घर पर मासूम बहन को लेकर मां की लाश के साथ 3 दिन बिताने के बाद 7 जून की शाम करीब 6 बजे आरोपी बेटे ने आसनसोल, कोलकाता में तैनात आर्मी में जेसीओ पिता नवीन सिंह को सीधी कॉल न कर वाट्सएप वीडियो कॉल कर बताया कि उन्हीं की पिस्टल से मां की हत्या हो गई है. इसके बाद फौजी पिता ने अपने चचेरे भाई को इस पूरे कांड की सूचना दी. नवीन का ये भाई डायल 112 अमेठी में तैनात है. दारोगा ने पीजीआई इंस्पेक्टर को दो घंटे बाद कॉल कर सूचना दी. लेकिन, तब तक पुलिस थाने से रवाना हो चुकी थी. यही नहीं इस दारोगा भाई या फिर किसी भी अन्य ने आरोपी बेटे से बात नहीं की. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार वो सख्स कौन था, जो आरोपी बेटे को पुलिस के सामने झूठ बोलने के लिए समझा रहा था और उसने बेटे को पुलिस आने की सूचना देकर दरवाजा खुला रखने के लिए कहा था.
नाबालिग बोल रहा है रटा-रटाया बयान: बाल आयोग
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी बताती हैं कि मां की हत्या के आरोप में बाल सुधार गृह में निरुद्ध आरोपी नाबालिग की अब तक बाल कल्याण समिति (CWC) व किशोय न्याय बोर्ड दो बार काउंसलिंग कर चुका है. अभी तक हुई काउंसलिंग से साफतौर यह लग रहा है कि नाबालिग रटाया हुआ बयान ही बोल रहा है. उनके मुताबिक, बच्चे की कुछ समय अंतराल के बाद काउंसलिंग होगी, जिससे यह पता लगाया जा सके कि किसने उससे यह सब कहने के लिए कहा है.
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