लखनऊ : उत्तर प्रदेश में नई आबकारी नीति के तहत एक अप्रैल 2023 से बियर व शराब की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है. नए वित्तीय वर्ष की शुरूआत होने के साथ ही यूपी में देशी और अंग्रेजी शराब के अलावा बियर के दाम भी बढ़ गए हैं. दरअसल योगी कैबिनेट ने 29 जनवरी को आबकारी नीति वर्ष 2023-2024 को मंजूरी दी थी. जिसमें लाइसेंस फीस में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी. एक अप्रैल से यूपी में देसी शराब के दामों में पांच रुपये प्रति पौव्वा, दो सौ रुपये वाली अंग्रेजी शराब के पौव्वे में भी पांच रुपये का इजाफा हो गया है. 650 रुपये तक कीमत वाली अंग्रेजी शराब की बोतल में 10 रुपये से लेकर 30 रुपये तक का इजाफा हुआ है. अंग्रेजी शराब के 150 रुपये तक के पौव्वे के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. इसके अलावा 150 रुपये अधिक कीमत वाली बियर भी 10 रुपये तक महंगी हो गई है. वहीं विदेशी शराब के दामों में भी इजाफा हुआ है.
देसी शराब का 42.8 डिग्री तीव्रता का पौव्वा 75 रुपये के बजाए 90 रुपये में मिलेगा. 36 डिग्री तीव्रता का देसी शराब का पौव्वा 65 रुपये के बजाए 70 रुपये हो गया है. अंग्रेजी शराब के पापुलर ब्राण्ड के क्वार्टर, अद्धे व बोतल के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है. अंग्रेजी शराब के क्वार्टर में 15 से 25 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है.
बार व मॉडल शॉप में शराब पीना महंगा : नई आबकारी नीति लागू होने के मॉडल शॉप पर सालाना फीस दो लाख रुपये से बढ़ाकर तीन लाख रुपये कर दी गई है. साथ ही लखनऊ, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में पांच किलोमीटर की परिधि में आने वाले होटल, रेस्टोरेंट और क्लब बार को विशेष श्रेणी का मानते हुए नई आबकारी नीति में उसकी लाइसेंस फीस बढ़ाई गई है. जिससे क्लब और बार में शराब अब और मंहगी हो जाएगी.
45 हजार करोड़ का राजस्व लक्ष्य : नये वित्तीय वर्ष में आबकारी विभाग ने 45 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य निर्धारित किया है. नई आबकारी नीति के अनुसार वर्ष 2022-23 के व्यवस्थित वार्षिक एमजीक्यू पर 10 प्रतिशत की वृद्धि कर देशी मदिरा दुकानों का एमजीक्यू निर्धारित किया जाएगा. ग्रेन आधारित देशी शराब के दाम में भी बढ़ोतरी होगी.
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