लखनऊ: इस बार राजधानी को नए साल पर नये बस स्टेशन कि सौगात मिलने जा रही है. इस बस स्टेशन से लगभग 500 बसों का संचालन किया जाएगा जिसमें पूर्वांचल की सभी बसों का संचालन इसी बस स्टेशन से होगा. नये बस स्टेशन से शहर के अंदर बसों से लगने वाले जाम से शहर वासियों को निजात मिलेगी. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बोर्ड बैठक में आज हाई एंड बसों (वोल्वो, स्कैनिया) की बेहतर नीति को मंजूरी दी गई है. जिसके चलते अगले 6 महीनों में 100 नई वोल्वो और स्कैनिया बसों को बेड़े में शामिल किया जाएगा.
लखनऊ: नए साल पर मिलेगा राजधानी को एक नया बस स्टेशन - uttar pradesh latest news
नए साल पर राजधानी को एक नया बस स्टेशन मिलने जा रहा है, जिसके लिए गुरुवार को परिवहन निगम की बोर्ड की बैठक में 90 साल की लीज पर बस स्टेशन संचालन के लिए कमता में विकसित एलडीए की जमीन लेने पर मुहर लग गई है.
लखनऊ: इस बार राजधानी को नए साल पर नये बस स्टेशन कि सौगात मिलने जा रही है. इस बस स्टेशन से लगभग 500 बसों का संचालन किया जाएगा जिसमें पूर्वांचल की सभी बसों का संचालन इसी बस स्टेशन से होगा. नये बस स्टेशन से शहर के अंदर बसों से लगने वाले जाम से शहर वासियों को निजात मिलेगी. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बोर्ड बैठक में आज हाई एंड बसों (वोल्वो, स्कैनिया) की बेहतर नीति को मंजूरी दी गई है. जिसके चलते अगले 6 महीनों में 100 नई वोल्वो और स्कैनिया बसों को बेड़े में शामिल किया जाएगा.
लखनऊ। नए साल पर राजधानी को एक नया बस स्टेशन मिल जाएगा। गुरुवार को परिवहन निगम की बोर्ड बैठक में 90 साल की लीज पर बस स्टेशन संचालन के लिए कमता में विकसित एलडीए की जमीन लेने पर मुहर लग गई। नए साल के पहले दिन एक जनवरी 2020 से इस नए बस स्टेशन से बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
इस बस स्टेशन से लगभग 500 बसों का संचालन किया जाएगा। पूर्वांचल की सभी बसों का संचालन इसी बस स्टेशन से किया जाएगा। इससे शहर के अंदर बसों से लगने वाले जाम से निजात मिलेगी, साथ ही प्रदूषण भी कम होगा।
Body:उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बोर्ड बैठक में हायरिंग हाई एंड बसों (वोल्वो, स्कैनिया) की बेहतर नीति को मंजूरी दी गई। अगले 6 महीनों में 100 नई वोल्वो और स्कैनिया बसों को बेड़े में शामिल किया जाएगा। वे हाई डिमांड और हाई लोड फैक्टर मार्गों पर संचालित की जाएंगी।
कुशल संचालन के लिए हाई एंड हायर बसों का रूट, टाइमिंग और शिकायतें तय करने के लिए यूपीएसआरटीसी मुख्यालय में अलग सेल का गठन किया जाएगा। सेवाओं को और अधिक प्रभावी, उत्पादक और कुशल बनाने के लिए, यूपीएसआरटीसी बोर्ड ने "ईआरपी" (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग) को अगले एक साल में लागू करने पर सहमति जताई है। इससे डिजिटली निगरानी और सेवाएं और भी बेहतर हो सकेंगी।
Conclusion:बोर्ड ने अगले 6 महीनों में सभी मार्गों और बसों पर एंड्रॉइड ईटीएम को शामिल करने की मंजूरी दी है इससे सभी प्रकार से यात्री भुगतान कर सकेंगे। नकद, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, आरएफआईडी, स्मार्ट कार्ड, एमएसटी से पेमेंट करना संभव होगा।
अगले तीन से छह माह में लगभग 15000 एंड्रॉयड मशीनों को शामिल किया जाएगा। बोर्ड बैठक में परिवहन निगम के चेयरमैन संजीव सरन, प्रबंध निदेशक डॉ राजशेखर और अपर प्रबंध निदेशक राधेश्याम के अलावा रोडवेज के उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
अखिल पांडेय, लखनऊ, 9336864096