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बलरामपुर अस्पताल में जल्द नियुक्त होंगे एक और न्यूरो सर्जन, अंतिम चरण में प्रक्रिया

राजधानी के बलरामपुर अस्पताल में जल्द ही एक और न्यूरो सर्जन को तैनाती मिल जाएगी. सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता के अनुसार नियुक्ति की प्रक्रिया आखिरी दौर में है. इसके बाद इमरजेंसी में आने वाले गंभीर मरीजों को इंतजार नहीं पड़ेगा.

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Published : Jan 3, 2023, 11:03 AM IST

लखनऊ : बलरामपुर अस्पताल (Balrampur Hospital) में सिर के ऑपरेशन के लिए आने वाले मरीजों को अब इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अस्पताल में एक और न्यूरो सर्जन (Neuro surgeon in Balrampur Hospital) की जल्द तैनाती होगी. बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता (CMS Dr GP Gupta of Balrampur Hospital) के मुताबिक न्यूरो सर्जन की तैनाती की प्रक्रिया एक से दो सप्ताह में पूरी होगी. अभी अस्पताल में एक न्यूरो सर्जन हैं. अस्पताल प्रशासन लंबे समय से न्यूरो सर्जन की मांग कर रहा था. नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की तरफ से अस्पताल में न्यूरो सर्जन की तैनाती की जा रही है. इसकी प्रक्रिया आखिरी दौर में है.

डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि न्यूरो सर्जन के आने से सिर की बीमारी से पीड़ितों को ऑपरेशन के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इमरजेंसी में रोजाना पांच से छह मरीज सिर की बीमारी से पीड़ित होकर आ रहे हैं. ओपीडी में 100 से अधिक मरीज आ रहे हैं. अस्पताल में ईएमओ, मेडिसिन समेत अन्य विभागों में कुल सात डॉक्टर मिल रहे हैं. डॉक्टरों के आने से मरीजों को आसानी से इलाज मिल सकेगा. वहीं कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए अस्पतालों में सख्ती शुरू हो गई है. सोमवार से अस्पतालों की इमरजेंसी में कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही मरीजों की भर्ती की गई. इस दौरान ट्रायज एरिया में मरीजों को भर्ती कर इलाज मुहैया कराने की प्रक्रिया की गई.

बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में 24 मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच हुई. रिपोर्ट आने तक मरीजों को ट्रायज एरिया में भर्ती किया गया. नौ मरीजों की एंटीजन जांच हुई. जबकि ओपीडी में आए 50 मरीजों का आरटी-पीसीआर जांच हुई. इसी तरह सिविल अस्पताल में लगभग 70 मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच हुई. लोकबंधु इमरजेंसी में 10 मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच की गई. अधिकारियों का कहना है कि इमरजेंसी में आने वाले किसी भी मरीज का इलाज नहीं रोका गया. ट्रायज एरिया में डॉक्टरों कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इलाज मुहैया कराया गया. राहत की बात यह है कि अभी तक किसी भी मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है.

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल (CMO Dr. Manoj Agarwal) ने बताया कि लखनऊ में रोजाना 1100 से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो रही है. किसी भी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है. तीन सकिय मरीज हैं, ये सभी मरीज होम आईसोलेशन में हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों की सेहत की निगरानी (Health department team monitoring patients) कर रही है. किसी भी मरीज में कोविड के लक्षण नहीं हैं. सभी बिना लक्षण वाले मरीज हैं.

लखनऊ : बलरामपुर अस्पताल (Balrampur Hospital) में सिर के ऑपरेशन के लिए आने वाले मरीजों को अब इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अस्पताल में एक और न्यूरो सर्जन (Neuro surgeon in Balrampur Hospital) की जल्द तैनाती होगी. बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता (CMS Dr GP Gupta of Balrampur Hospital) के मुताबिक न्यूरो सर्जन की तैनाती की प्रक्रिया एक से दो सप्ताह में पूरी होगी. अभी अस्पताल में एक न्यूरो सर्जन हैं. अस्पताल प्रशासन लंबे समय से न्यूरो सर्जन की मांग कर रहा था. नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की तरफ से अस्पताल में न्यूरो सर्जन की तैनाती की जा रही है. इसकी प्रक्रिया आखिरी दौर में है.

डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि न्यूरो सर्जन के आने से सिर की बीमारी से पीड़ितों को ऑपरेशन के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इमरजेंसी में रोजाना पांच से छह मरीज सिर की बीमारी से पीड़ित होकर आ रहे हैं. ओपीडी में 100 से अधिक मरीज आ रहे हैं. अस्पताल में ईएमओ, मेडिसिन समेत अन्य विभागों में कुल सात डॉक्टर मिल रहे हैं. डॉक्टरों के आने से मरीजों को आसानी से इलाज मिल सकेगा. वहीं कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए अस्पतालों में सख्ती शुरू हो गई है. सोमवार से अस्पतालों की इमरजेंसी में कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही मरीजों की भर्ती की गई. इस दौरान ट्रायज एरिया में मरीजों को भर्ती कर इलाज मुहैया कराने की प्रक्रिया की गई.

बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में 24 मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच हुई. रिपोर्ट आने तक मरीजों को ट्रायज एरिया में भर्ती किया गया. नौ मरीजों की एंटीजन जांच हुई. जबकि ओपीडी में आए 50 मरीजों का आरटी-पीसीआर जांच हुई. इसी तरह सिविल अस्पताल में लगभग 70 मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच हुई. लोकबंधु इमरजेंसी में 10 मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच की गई. अधिकारियों का कहना है कि इमरजेंसी में आने वाले किसी भी मरीज का इलाज नहीं रोका गया. ट्रायज एरिया में डॉक्टरों कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इलाज मुहैया कराया गया. राहत की बात यह है कि अभी तक किसी भी मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है.

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल (CMO Dr. Manoj Agarwal) ने बताया कि लखनऊ में रोजाना 1100 से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो रही है. किसी भी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है. तीन सकिय मरीज हैं, ये सभी मरीज होम आईसोलेशन में हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों की सेहत की निगरानी (Health department team monitoring patients) कर रही है. किसी भी मरीज में कोविड के लक्षण नहीं हैं. सभी बिना लक्षण वाले मरीज हैं.

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