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शिकायतों के बाद भी लखनऊ में नगर निगम 'LAZY', आवारा पशु 'ACTIVE'

शहर में बढ़ती आवारा पशुओं की संख्या को देखते हुए लगता है कि स्थिति जस की तस बनी हुई है और कोई कार्रवाई नहीं हुई है. आवारा पशुओं ने आसपास के चौराहों पर डेरा डाल रखा है. आने जाने वाले राहगीर कभी भी इनका शिकार हो जाते हैं. इन जानवरों को देखकर लगता है कि नगर निगम प्रशासन कितना 'लेजी' है और आवारा पशु कितने 'एक्टिव'.

सड़कों पर आवारा जानवरों का जमावड़ा.
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Published : May 30, 2019, 2:13 PM IST

लखनऊ: राजधानी में आवारा जानवरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले हफ्ते इंदिरा नगर के वसुंधरा एंक्लेव में सांड ने एक मासूम को पटक-पटक कर मार डाला था. वहीं 2 दिन पहले एक जुलूस के दौरान सांड ने कई लोगों को घायल कर दिया था. इन घटनाओं के बावजूद अधिकारियों की कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है और आवारा पशु राजधानी के कई इलाकों में चहल कदमी करते दिखाई दे रहे हैं.

राहगीर कभी भी इन आवारा जानवरों का शिकार हो जाते हैं.

शहर में बढ़ती आवारा पशुओं की संख्या को देखते हुए लगता है कि स्थिति जस की तस बनी हुई है और कोई कार्रवाई नहीं हुई है. आवारा पशुओं ने आसपास के चौराहों पर डेरा डाल रखा है. आने जाने वाले राहगीर कभी भी इनका शिकार हो जाते हैं. इन जानवरों को देखकर लगता है कि नगर निगम प्रशासन कितना 'लेजी' है और आवारा पशु कितने 'एक्टिव'.

हर माह जा रही दो की जान
• तारीख 4 मई 2019, बीकेटी के नंद गांव के पास मवेशी को बचाने के चक्कर में डीसीएम चालक ने ब्रेक लगाई. डीसीएम पर लदी टीन की चादरें अंदर बैठे मजदूरों पर गिरीं. इससे राकेश केशव की मौत हो गई थी जबकि 6 घायल हो गए थे.
• तारीख 22 अप्रैल 2019, पीजीआई क्षेत्र की वृंदावन कॉलोनी में सांड ने मनोज पाल को पटक पटक कर मार डाला था.
• तारीख 10 जनवरी 2019, काकोरी के कुशमोरा गांव में सांड के साथ टकराने से बचने के चक्कर में अनियंत्रित कार डिवाइडर से टकराकर पलट गयी थी. हादसे में सुरेंद्र यादव की मौत हो गई थी जबकि साथी संजय घायल हुआ था.
• 14 सितंबर 2018, मलिहाबाद के एक गांव में सांड के हमले में किसान की मौत.
• 2 सितंबर 2018, माल क्षेत्र के एक गांव में किसान को पटक पटक कर मार डाला था.
• 15 जून 2018, चिनहट में सांड के हमले में निजी कंपनी के कर्मी रामचंद्र की मौत.
• 23 मई 2019, इंदिरा नगर में सांड ने मासूम को पटक-पटक कर मार डाला.

वहीं पश्चिम विधानसभा के विधायक सुरेश श्रीवास्तव का कहना है कि जब से विधायक बना हूं, नगर निगम और सदन दोनों जगह यह मुद्दा उठा चुका हूं. आज भी सौ-सौ आवारा पशु एक जगह एकत्रित हो जाते हैं. ये जानवर कई लोगों की जान भी ले चुके हैं. नगर निगम की कार्रवाई संतोषजनक नहीं है.

लखनऊ: राजधानी में आवारा जानवरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले हफ्ते इंदिरा नगर के वसुंधरा एंक्लेव में सांड ने एक मासूम को पटक-पटक कर मार डाला था. वहीं 2 दिन पहले एक जुलूस के दौरान सांड ने कई लोगों को घायल कर दिया था. इन घटनाओं के बावजूद अधिकारियों की कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है और आवारा पशु राजधानी के कई इलाकों में चहल कदमी करते दिखाई दे रहे हैं.

राहगीर कभी भी इन आवारा जानवरों का शिकार हो जाते हैं.

शहर में बढ़ती आवारा पशुओं की संख्या को देखते हुए लगता है कि स्थिति जस की तस बनी हुई है और कोई कार्रवाई नहीं हुई है. आवारा पशुओं ने आसपास के चौराहों पर डेरा डाल रखा है. आने जाने वाले राहगीर कभी भी इनका शिकार हो जाते हैं. इन जानवरों को देखकर लगता है कि नगर निगम प्रशासन कितना 'लेजी' है और आवारा पशु कितने 'एक्टिव'.

हर माह जा रही दो की जान
• तारीख 4 मई 2019, बीकेटी के नंद गांव के पास मवेशी को बचाने के चक्कर में डीसीएम चालक ने ब्रेक लगाई. डीसीएम पर लदी टीन की चादरें अंदर बैठे मजदूरों पर गिरीं. इससे राकेश केशव की मौत हो गई थी जबकि 6 घायल हो गए थे.
• तारीख 22 अप्रैल 2019, पीजीआई क्षेत्र की वृंदावन कॉलोनी में सांड ने मनोज पाल को पटक पटक कर मार डाला था.
• तारीख 10 जनवरी 2019, काकोरी के कुशमोरा गांव में सांड के साथ टकराने से बचने के चक्कर में अनियंत्रित कार डिवाइडर से टकराकर पलट गयी थी. हादसे में सुरेंद्र यादव की मौत हो गई थी जबकि साथी संजय घायल हुआ था.
• 14 सितंबर 2018, मलिहाबाद के एक गांव में सांड के हमले में किसान की मौत.
• 2 सितंबर 2018, माल क्षेत्र के एक गांव में किसान को पटक पटक कर मार डाला था.
• 15 जून 2018, चिनहट में सांड के हमले में निजी कंपनी के कर्मी रामचंद्र की मौत.
• 23 मई 2019, इंदिरा नगर में सांड ने मासूम को पटक-पटक कर मार डाला.

वहीं पश्चिम विधानसभा के विधायक सुरेश श्रीवास्तव का कहना है कि जब से विधायक बना हूं, नगर निगम और सदन दोनों जगह यह मुद्दा उठा चुका हूं. आज भी सौ-सौ आवारा पशु एक जगह एकत्रित हो जाते हैं. ये जानवर कई लोगों की जान भी ले चुके हैं. नगर निगम की कार्रवाई संतोषजनक नहीं है.

Intro:नगर निगम प्रशासन 'लेजी', आवारा पशु 'एक्टिव'

लखनऊ। जनता अफसरों से शिकायत करती है, अधिकारी दावे करते हैं, आवारा पशु लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं। पिछले हफ्ते इंदिरा नगर के वसुंधरा एंक्लेव में सांड ने एक मासूम को पटक-पटक कर मार डाला था, वहीं 2 दिन पहले एक जुलूस में सांड ने कई लोगों को घायल कर दिया था। इन घटनाओं के बावजूद अधिकारियों की कान में जूं तक नहीं रेंग रही है और आवारा पशु राजधानी के कई इलाकों में चहल कदमी करते दिखाई दे रहे हैं।


Body:राजधानी के राजाजीपुरम, पारा, आलमबाग व काकोरी क्षेत्र में आवारा पशुओं का आतंक आज भी बरकरार है। इन आवारा पशुओं को देख कर लगता है कि नगर निगम अधिकारियों के दावे कितने सही हैं। लोगों की माने तो स्थिति जस की तस बनी हुई है और कोई कार्यवाही नहीं हुई है। आवारा पशुओं ने आसपास के चौराहों पर डेरा डाल रखा है। आने जाने वाले राहगीर कभी भी इसका शिकार हो सकते हैं। इन जानवरों को देखकर लगता है कि नगर निगम प्रशासन कितना 'लेजी' है और आवारा पशु कितने 'एक्टिव'।

हर माह ले रहे दो की जान
• 4 मई 2019 बीकेटी के नंद गांव के पास मवेशी को बचाने के चक्कर में डीसीएम चालक ने ब्रेक लगाई। डीसीएम पर लदी टीन की चादरें अंदर बैठे मजदूरों पर गिरीं। इससे राकेश केशव की मौत हो गई थी जबकि 6 घायल हो गए थे।
• 22 अप्रैल 2019 को पीजीआइ क्षेत्र की वृंदावन कॉलोनी में सांड मनोज पाल को पटक कर मार डाला था।
• 10 जनवरी 2019 को काकोरी के कुशमोरा गांव में सांड से भिड़ंत बचाने के चक्कर में अनियंत्रित कार डिवाइडर से टकराकर पलटी थी। सुरेंद्र यादव की मौत साथी संजय घायल हुआ था।
• 14 सितंबर 2018 मलिहाबाद के एक गांव में सांड के हमले में किसान की मौत
• 2 सितंबर 2018 को माल क्षेत्र के एक गांव में किसान को पटक कर मार डाला था।
• 15 जून 2018 को चिनहट में सांड की टक्कर से निजी कंपनी कर्मी रामचंद्र की मौत
• 23 मई 2019 को इंदिरा नगर में सांड ने मासूम को पटक-पटक कर मार डाला।


Conclusion:जब से विधायक बना हूं, नगर निगम और सदन दोनों जगह यह मुद्दा उठा चुका हूं। आज भी सौ-सौ आवारा पशु एक जगह एकत्रित हो जाते हैं। यह जानवर कई लोगों की जान भी ले चुके हैं। नगर निगम की कार्रवाई संतोषजनक नहीं है।
सुरेश श्रीवास्तव, विधायक
पश्चिम विधानसभा



राहुल श्रीवास्तव, लखनऊ
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