लखनऊ : नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी 2023 की प्रवेश परीक्षा 7 मई, 2023 को आयोजित होनी है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से काफी समय पहले ही प्रवेश परीक्षा की डेट घोषित कर दी गई थी. इस साल नीट प्रवेश परीक्षा देने की तैयारी कर रहे छात्रों को उम्मीद है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह तक एनटीए हर हाल में आवेदन फॉर्म जारी कर देगा. वहीं आधी फरवरी बीतने के बाद भी अभी तक नीट आवेदन फॉर्म की प्रक्रिया को लेकर कोई भी सुगबुगाहट एनटीए की ओर से नहीं दिखाई जा रही है. मौजूदा साल में एनटीए नीट-पीजी एग्जाम कराने की तैयारी में है. यह परीक्षा 5 मार्च को आयोजित होनी है. ऐसे में जो छात्र सात मई को नीट यूजी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. उनमें आवेदन की प्रक्रिया विलंब होने से असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो रही है.
छात्रों का कहना है कि वह बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं. ऐसे में नीट का आवेदन अगर इस समय शुरू होता है. ऐसे में छात्रों पर केवल दबाव बढ़ेगा. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि एनटीए किसी भी समय अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नीट यूजी-2023 के लिए ऑनलाइन रजिसट्रेशन का लिंक एक्टिव कर सकती हैं. तो वहीं दूसरी और कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि बीते साल हुए लेट प्रवेश प्रक्रिया का असर इस बात नीट यूजी-2023 पर साफ तौर पर दिख रहा है.
आवेदन प्रक्रिया व प्रवेश परीक्षा के बीच में 90 दिन का समय होना चाहिए. नीट के विशेषज्ञ शाहनवाज खान ने बताया कि नीट की आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने की अंतिम तिथि व प्रवेश परीक्षा की तिथि के बीच में कम से कम 90 दिन का समय होना अनिवार्य है. इसको लेकर समय-समय पर उच्चतम न्यायालय की ओर से दिशा निर्देश जारी होते रहे हैं. 2023 की नीट यूजी की प्रवेश परीक्षा सात मई को आयोजित होनी है. ऐसे में आवेदन प्रक्रिया जनवरी के अंतिम सप्ताह तक समाप्त हो जाना चाहिए था. जबकि देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाले जेईई मेंस के पहले चरण की प्रक्रिया पूरी कराने के साथ दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू कर चुका है. उन्होंने बताया कि तय मानक के अनुसार समय ना होना यह बताता है कि एनटीए नीट की प्रवेश परीक्षा की तिथि को आगे ले जा सकता है. इसके अलावा मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के जो नियम नीट प्रवेश परीक्षा को लेकर हैं वह भी इसमें बाधक बन सकता है.
नौ महीने का अंतराल होना जरूरी : शाहनवाज खान ने बताया कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया एमसीआई का नियम है कि एक एकेडमिक सत्र के शुरू होने के करीब करीब नौ महीने के अंतराल के बाद ही दूसरा सत्र शुरू हो सकता है. वर्ष 2022 में हुए नीट यूजी प्रवेश प्रक्रिया के बाद शैक्षणिक सत्र एक दिसंबर से आधिकारिक तौर पर शुरू किया गया था. जबकि काउंसिलिंग 31 दिसंबर 2022 तक आयोजित हुआ था. ऐसे में एमसीआई के नियम के अनुसार सितंबर 2023 से पहले नया सत्र शुरू नहीं हो सकता. उन्होंने बताया कि जिस तरह से आवेदन प्रक्रिया में विलंब किया जा रहा है. उसको देखकर यह कह सकते हैं कि नीट प्रवेश परीक्षा की तिथि में बदलाव संभव है. छात्र अपनी तैयारी पूर्ण रखें प्रवेश परीक्षा कभी भी हो इससे उन्हें धैर्य नहीं खोना चाहिए.
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