लखनऊ: जनपद में एनसीसी की 72वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मंगलवार को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के बाद हुआ. वहीं कार्यक्रम में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूर्ण रूप से पालन किया गया.
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मुख्यमंत्री ने संदेश प्रसारित कर दी बधाई
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर अपना संदेश प्रेषित किया. अपने संदेश के माध्यम से उन्होंने कहा कि देश के निर्माण में एनसीसी की अहम भूमिका रही है. एनसीसी कैडेट्स बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त कर देश की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. कोविड-19 के दौरान ऑनलाइन माध्यम से एनसीसी कैडेट्स ने जागरूकता फैलाने का सराहनीय कार्य किया है. वहीं विषम परिस्थितियों में सदैव एनसीसी का सहयोग देश को प्राप्त होता रहता है. इस दौरान उन्होंने कैडेट्स के उज्जवल भविष्य की कामना की. साथ ही सभी को कार्यक्रम के आयोजन पर बधाई भी दी.
देश प्रेम के लिए ओत प्रोत है एनसीसीः शुक्ला
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आराधना शुक्ला ने कहा कि एनसीसी देश प्रेम से ओत-प्रोत है. यह देश में विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कटिबद्ध है. देश को अनुशासन, राष्ट्रीय एकता और देश प्रेम का उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए जिस समर्पण से एनसीसी लगा है, उसके लिए मैं एनसीसी को नमन करती हूं.
एनसीसी ने देश को दिए दो प्रधानमंत्री
मुख्य अतिथि ने कहा कि राष्ट्र निर्माण और सेना की सहायता के लिए, जिसमें युवाओं की भी भागीदारी हो, इसको ध्यान में रखते हुए वर्ष 1948 में नीति निर्माताओं ने एनसीसी का गठन किया. आज एनसीसी विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहा है. किसी भी प्रकार की आपदा में एनसीसी ने हमेशा अपना योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि देश को दो प्रधानमंत्री देने का श्रेय भी एनसीसी के पास है.
एनसीसी कैडेट्स ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए. कार्यक्रम का संचालन रेनू परिहार और अंकिता द्वारा किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश शासन की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला, एनसीसी महानिदेशालय के अपर महानिदेशक मेजर जनरल राकेश राणा एवं बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के उप कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह उपस्थित रहे.
1948 में हुआ था एनसीसी का गठन
बता दें कि एनसीसी का गठन 1948 में हुआ था. राष्ट्र निर्माण में युवाओं के उज्जवल भविष्य को सवारने के लिए एनसीसी पूर्णतः कटिबद्ध रही है. इसके अतिरिक्त एनसीसी का पूर्ण प्रयास रहा है कि वह देश के नव युवकों में चरित्र निर्माण, अनुशासन, नेतृत्व की भावना आदि गुणों का विकास को बढ़ावा दे. वर्तमान में राज्य के विभिन्न जिलों में लगभग 1500 स्कूल एवं कॉलेजों में एनसीसी स्थापित है. जहां इस समय लगभग 1,50,000 कैडेटों का एनसीसी का प्रशिक्षण हो रहा है. एनसीसी प्रशिक्षण के अतिरिक्त कैडेटों को ट्रेनिंग रॉक फ्लाईविंग, रिवर राफ्टिंग, पर्वतारोहण, पैरासेलिंग, पैरा जंपिंग, वाटर राफ्टिंग इत्यादि का भी अभ्यास कराया जाता है.
विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करते हैं कैडेट्स
एनसीसी प्रशिक्षण को हासिल करने के दौरान कैडेट्स विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते हैं जैसे एड्स जागरूकता अभियान, स्वच्छता अभियान, शौचालय का प्रयोग अभियान, कैंसर के प्रति जागरूकता अभियान, पल्स पोलियो कार्यक्रम वृक्षारोपण एवं रक्त दान इत्यादि.