लखनऊ: कोरोना वायरस के चलते जहां एक ओर देशव्यापी लॉकडाउन ने लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया है तो वहीं दूसरी ओर हमारे देश के विभिन्न शोध संस्थान एवं विश्वविद्यालय इस दौरान नई तकनीक इजाद करने में लगे हैं. देशभर में लॉकडाउन के दौरान इजाद हुई नई तकनीकों की जानकारी एक साथ लाने का काम एनआरडीसी (नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट कारपोरेशन) ने किया है. एनआरडीसी ने एक कम्पेंडियम तैयार किया है, जिसमें देशभर में पिछले दो महीनों में तैयार हुई नई तकनीकों की जानकारी दी गई है.
भारत सरकार के उपक्रम मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के तहत काम कर रहे नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट कारपोरेशन संस्थान के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. पुरुषोत्तम ने बताया कि एनआरडीसी ने एक कॉम्पेंडियम बनाया है. इस कॉम्पेंडियम में लगभग 200 नई तकनीक व टेक्नोलॉजी की जानकारी दी गई है. यह नई टेक्नोलॉजी किस संस्था ने बनाई है, उससे क्या फायदा होने वाला है और उसका कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है, इन सभी की जानकारी इस कॉम्पेंडियम में दी गई है.
डॉ. पुरुषोत्तम ने बताया कि यह टेक्नोलॉजी कोविड-19 की महामारी के दौरान हमारे देश के कई संस्थानों ने विकसित किया है. इन संस्थानों में मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, डिपार्टमेंट ऑफ बायो टेक्नोलॉजी, डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन, डीएसटी, कई अन्य विश्वविद्यालय, आईआईटी संस्थान आदि से जुड़े हुए हैं. इन सभी ने कोविड-19 के महामारी के दौरान कई नई टेक्नोलॉजी बनाई है.
डॉ. पुरुषोत्तम के अनुसार इस कॉम्पेंडियम को बनाने का उद्देश्य यह है कि किसी भी व्यक्ति को इन सभी तकनीकों की जानकारी एक जगह पर और एक साथ मिल सके. वह कहते हैं कि स्टार्टअप कंपनी और एंटरप्रेन्योर इस कॉम्पेंडियम से जानकारी ले सकते हैं. इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति अपना स्टार्टअप या कंपनी शुरू करना चाहता हो और इन तकनीक में से किसी भी टेक्नोलॉजी की जानकारी चाहता हो तो वह व्यक्ति एनआरडीसी से संपर्क कर सकता है. हमारा संस्थान उस टेक्नोलॉजी की पूरी जानकारी देकर उस व्यक्ति की हरसंभव मदद करने को तैयार है.
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