लखनऊ: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की अधिसूचना से पहले भारतीय जनता पार्टी समाज के अलग-अलग वर्गों में संदेश देने के लिए एमएलसी पद के लिए 6 नाम राज्यपाल को प्रेषित कर सकती है. मनोनीत होने वाले एमएलसी के पद अभी विधान परिषद में रिक्त हैं. लंबा समय बीत चुका है. लेकिन, माना जा रहा है कि निकाय चुनाव में अलग-अलग वर्गों को संदेश देने के वास्ते भारतीय जनता पार्टी अब इस विषय में बहुत जल्द ही निर्णय लेने वाली है. छह प्रमुख नामों की चर्चा भी होने लगी है. इसमें प्रधानमंत्री के सलाहकार रहे नरेंद्र मिश्र के पुत्र, एक मुस्लिम नाम तारिक मंसूरी के अलावा एक दलित और दूसरे नामों पर चर्चा तेज हो गई है. वैसे पिछले करीब छह महीने से कई नामों की चर्चा मनोनीत एमएलसी को लेकर होती रही है. लेकिन, अब माना जा रहा है कि फाइनल लिस्ट तैयार है.
भारतीय जनता पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि एमएलसी पद के लिए 3 नाम राज्यपाल को भेजे जा रहे हैं. इनमें रजनीकांत माहेश्वरी (पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष, ब्रज भाजपा), साकेत मिश्रा (पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य, नृपेंद्र मिश्र के पुत्र), लालजी प्रसाद निर्मल, तारिक मंसूरी, रामसुभग राजभर और हंसराज विश्वकर्मा इसमें शामिल हैं. इन चैनलों के जरिए न केवल भारतीय जनता पार्टी अलग-अलग वर्गों में जातिगत समीकरण साध लेकर चल रही है, बल्कि तारिक मंसूरी पर दांव खेलकर भारतीय जनता पार्टी मुस्लिम पसमानदा समाज की ओर डोरे डाल रही है.
इससे पहले पिछले 6 महीने में एमएलसी पद पर कई नामों की चर्चा की जाती रही है. इसमें मालिनी अवस्थी, कुमार विश्वास, अपर्णा यादव और भारतीय जनता पार्टी से जुड़े अनेक नेताओं का नाम लिया जाता रहा है. लेकिन, अब माना जा रहा है कि यह फाइनल सूची है. इसके जरिए निकाय चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी एक बड़े वर्ग के नजदीक आने का प्रयास करेगी.
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