लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रख्यात इस्लामी विद्वान मौलाना खलीलुर्रहमान सज्जाद नोमानी से लखनऊ स्थित उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की. इस दौरान अखिलेश यादव ने मौलाना के स्वास्थ्य की जानकारी ली. इस मौके पर देश के मौजूदा हालात पर विचार विमर्श भी किया. मौलाना सज्जाद नोमानी ने कहा कि भारत सेक्युलरिज्म के साथ ही जुड़ा रह पाएगा, अगर ये टूटा तो देश के टुकड़े हो जाएंगे. मौलाना ने चिकित्सा परीक्षण के लिए लखनऊ आए हुए थे.
ईवीएम का जवाब ढूंढना होगा : मौलाना ने बताया कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मेरे स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने आए थे. साथ ही उनसे देश के हालात पर भी चर्चा हुई. वर्तमान में जो हालात पूरे देश में हैं, वो हर देश प्रेमी के लिए चिंता का विषय है. ईवीएम मशीनों पर सवाल उठाए जा रहे हैं. बीजेपी पूरे दक्षिण भारत से साफ हो गई है. अगर ईवीएम मशीनों का गलत इस्तेमाल न होता तो कई राज्यों के नतीजे अलग होते. मौलाना सज्जाद ने कहा कि भारत की एकता के लिए सेक्युलर विचारधारा को मजबूत होना जरूरी है. यह कमजोर हुआ तो देश कमजोर होगा. कुछ विदेशी ताकतें हमारे मुल्क को बर्बाद करने के लिए काम कर रही हैं. देश के चंद लालची लोग ऐसे ही देश विरोधी ताकतों के साथ मिलकर समाज के भाईचारे को कमजोर करके हमारे देश को तोड़ना चाहते हैं. हर भारतीय नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह लोकतंत्र को मजबूत कर देश को टूटने से बचाए और तरक्की की राह में अहम किरदार निभाए.
इंडिया गठबंधन से ही मिलेगी जीत : मौलाना नोमानी ने इंडिया गठबंधन पर कहा कि अखिलेश यादव गठबंधन की मीटिंग में शामिल रहे. उन्होंने गठबंधन को यकीन दिलाया कि देशहित में वे सीट बंटवारे को लेकर जो सर्वसम्मति से फैसला होगा, उस पर अमल करने को तैयार हैं. गौरतलब हो कि फिलहाल सपा उत्तर प्रदेश के 65 लोकसभा सीटों पर पूरी तैयारी कर रही है. अखिलेश यादव ने कहा है कि हम चाहते हैं कि इंडिया गठबंधन जितना मजबूत होगा, उतना ही देश में लोकतंत्र मजबूत होगा.
संविधान बदलने की तैयारी : मौलाना ने कहा कि विपक्ष ने देश के सामने एक उम्मीद की किरण जगाई है. इस जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाइए और किसी भी भारतीय की उम्मीद न टूटने दीजिए. विपक्ष की यह एकता आपसी मतभेद से टूटने न पाए. यह आखिरी मौका विपक्ष को मिलेगा, क्योंकि अब इंडिया की इज्जत दांव पर रहेगी, ये हारेगा तो इंसानियत हार जाएगी. सेक्युलर वर्ग के लोग आइडिया ऑफ इंडिया को अच्छी तरह समझते हैं. देश की असल खूबसूरती अनेकता में एकता है. हमारे संविधान के निर्माताओं ने देशवासियों को ऐसा संविधान दिया है. जिसमें भाषा, रंग रूप, खान पान और परम्पराओं में विभिन्नता होते हुए भी पूरे देश को एक सूत्र में बांध दिया. जिसे संविधान बदल कर तोड़ने की पूरी तैयारी की जा रही है.
मौलाना कल्बे जवाद बोले- हजरत फातिमा जहरा का जीवन महिलाओं के लिए सर्वोत्तम आदर्श