लखनऊ: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (Muslim Personal Law Board) के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने अपने मंगलवार को अपने जारी किए हुए बयान में कहा कि इस्लाम के पवित्र पैगम्बर (PBUH) का व्यक्तित्व सभी मुसलमानों को उनके अपने अस्तित्व और अपनी सन्तान से भी अधिक प्रिय है और उनके बारे में अपमानजनक शब्द छोटे से छोटे मुसलमान के लिए असहनीय है. मौलाना ने कहा कि दुर्भाग्यवश, सांप्रदायिक नेताओं ने मुसलमानों की भावनाओं को आहत करने के लिए इस्लाम के पवित्र पैगम्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर अपनी जीभ खोलना शुरू कर दिया है. जिसका एक ताजा उदाहरण हैदराबाद के भाजपा नेता टी. राजा सिंह (t raja statement on paigambar) का बेहूदा और शर्मनाक बयान है.
उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे उपद्रवियों पर लगाम लगाना चाहिए. इससे संबंधित प्रभावी कानून बनाए और मौजूदा कानूनों को पूरी ताकत से लागू करे. लोगों की भावनाएं धार्मिक पवित्र शख्सियतों से जुड़ी होती हैं. इसे सभी लोगों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है और मुस्लिम विद्वानों और बुद्धिजीवियों ने हमेशा इसे ध्यान में रखा है. मौलाना रहमानी ने मुसलमानों से धैर्य और सहनशीलता के साथ काम करने की अपील की है. सरकार से इस संबंध में प्रतिनिधित्व और ऐसे अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए कानून की शक्ति का उपयोग करें.
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मौलाना रहमानी ने कहा कि निकट भविष्य में रबी-उल-अव्वल का महीना आ रहा है. इसे पैगम्बर के महीने के रूप में पेश किया जाए. मुस्लिम संगठन, मदरसों, मस्जिदों के ज़िम्मेदारों आसपास के गैर-मुस्लिम भाईयों को आमंत्रित करके उनके सामने हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की वास्तविक और सच्ची सीरत (जीवनी) प्रस्तुत करें, क्योंकि अज्ञानता का अंधेरा बुरा भला कहने से समाप्त नहीं होगा. बल्कि उस समय समाप्त होगा जब सच्चाई का दीया प्रज्ज्वलित कर दिया जाए.