लखनऊ : शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन वसीम रिजवी ने कुरान मजीद से 26 आयतें हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इसके बाद से मुस्लिम धर्मगुरुओं सहित मुस्लिम समुदाय वसीम रिजवी के खिलाफ आक्रोशित दिखाई दे रहा है. इसी क्रम में शुक्रवार को मलिहाबाद के सैकड़ों मुस्लिम सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते हुए सीओ ऑफिस मलिहाबाद में एफआईआर दर्ज कराने को लेकर प्रदर्शन किया. मगर सीओ ने मिलने से इनकार कर दिया. इसके बाद सभी लोग तहसील पहुंचकर धरने पर बैठ गए.
वसीम रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है याचिका
दरअसल वसीम रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि कुरान की 26 आयतें आतंक को बढ़ावा देने वाली हैं. उन्हें हटाना चाहिए, ताकि आतंकी गतिविधियों से मुस्लिम समुदाय का नाम न जुड़ जाए. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि ये आयतें मूल कुरान का हिस्सा नहीं थीं, बल्कि उन्हें बाद में जोड़ा गया है. वसीम रिजवी की इस बात को लेकर शिया और सुन्नी सहित तमाम मुस्लिम धर्मगुरु नाराज हो गए. इस याचिका के खिलाफ कई मुस्लिम संगठनों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था. वहीं, शुक्रवार को लखनऊ के कस्बा मलिहाबाद तहसील मुख्यालय पर मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने नारेबाजी करते हुए वसीम रिजवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. जब सीओ ने बात करने से इनकार कर दिया तो सभी लोग तहसील मुख्यालय में धरने पर बैठ गए.
'धरना प्रदर्शन जारी रहेगा'
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि पिछले 7 दिनों से थाना और तहसील का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक वसीम रिजवी के खिलाफ शिकायती पत्र नहीं लिया गया है. जब तक वसीम रिजवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होगा, तब तक हम लोग धरना-प्रदर्शन लगातार जारी रखेंगे.
अभी हम मलिहाबाद आफिस में नहीं हैं. दूसरी घटना पर आए हुए हैं. रही बात वसीम रिज़वी के ऊपर मुकदमा लिखने की, वह कैसे लिखा जा सकता है, सवाल ही नहीं उठता.
-योगेन्द्र सिंह, सीओ