लखनऊ: वकील नितिन तिवारी की हत्या के मामले में आरोपी नवीन और प्रवीण ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है. आरोपियों ने बताया कि नितिन उनके घर की महिलाओं से अभद्रता करता था और दोनों भाइयों को नपुंसक कहता था. आरोपियों ने बताया कि वह बहुत दिनों से उनको परेशान करता था और जब भी आरोपी उसकी शिकायत करने की बात करते थे तो वकील नितिन तिवारी उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेज देने की बात कहता था.
जानें पूरा मामला
आरोपी नवीन ने बताया कि 27 मार्च की रात में वकील नितिन तिवारी आरोपियों के पीजीआई स्थित मकान पर आया और उनको फिर परेशान करने लगा. जब दोनों भाइयों ने इसका विरोध किया तो नितिन गाली-गलौज करने लगा. जिस पर रात्रि 11:45 बजे मजबूर होकर दोनों भाइयों ने नितिन तिवारी का सिर दीवार से सिर लड़ा दिया इसके बाद गमछे से गला कस के हत्या कर दी. फिर किराएदार दीनबंधु द्विवेदी की मदद से मृतक की बुलेट को चारबाग स्थित एक पार्किंग स्थल में खड़ी करा दिया. आरोपियों ने अपने किराएदार दीनबंधु की मदद से वैगनआर कार में शव रखकर छिपाने की नियत से मौरावां क्षेत्र में सुनसान स्थान पर सड़क किनारे फेंक दिया.
सर्विलांस के जरिए पकड़े गए हत्यारे
इंस्पेक्टर मौरावां राजेंद्र सिंह की बताया कि नितिन के भाई मयंक से पूछताछ में मृतक वकील नितिन तिवारी के मोबाइल फोन की लोकेशन निकलवाई गई. नितिन की आखरी लोकेशन पीजीआई थाना क्षेत्र 92बी सैनिक नगर तेलीबाग की मिली. इस आधार पर जांच शुरू की गई और आरोपी नवीन और प्रवीण को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई. पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है. शव को ठिकाने लगाने में मददगार किराएदार दीनबंधु की तलाश की जा रही है.
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त वैगनआर कार चारबाग स्थित एक पार्किंग से बरामद कर ली है. बता दें कि मृतक की बाइक भी चारबाग पार्किंग स्थल से ही मिली है.