लखनऊ : राजधानी के मडियांव थाना क्षेत्र स्थित छठा मील के पास 18 फरवरी 2020 को पंकज कश्यप नामक युवक का शव जामुन के पेड़ से लटका हुआ मिला था. इस मामले को पुलिस आत्महत्या मान रही थी. लेकिन मृतक के पिता द्वारा थाने हत्या की तहरीर दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई भी मुकदमा नहीं दर्ज किया था. जिसके बाद मृतक के पिता रामनाथ कश्यप ने हत्यारों के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए कोर्ट का सहारा लिया. कोर्ट के आदेश पर मडियांव कोतवाली में हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है. जिस पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
कोर्ट के आदेश पर थाने में दर्ज हुई रिपोर्ट
इस मामले पर मडियांव कोतवाल मनोज कुमार सिंह का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर हत्या का एक केस दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि 21 वर्षीय पंकज कश्यप का शव 1 साल पहले छठा मील के पास जंगल में पेड़ से लटका हुआ मिला था. जिस पर उसके पिता रामनाथ कश्यप द्वारा कोर्ट में बेटे की हत्या का केस दर्ज कराने के लिए अर्जी डाली गई थी. इस मामले पर कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आरोपी सूरज प्रजापति व आकाश समेत दो अज्ञात के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है. इस पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है.
यह था पूरा मामला
मडियांव थाना क्षेत्र स्थित छठा मील के पास ग्राम रोशनाबाद निवासी 21 वर्षीय पंकज कश्यप का शव 18 फरवरी 2020 की सुबह उसके पड़ोस के गांव में जामुन के पेड़ पर लटका हुआ मिला था. जिसको पुलिस प्रथम दृष्टया सुसाइड मान रही थी. लेकिन उसके पिता का आरोप था कि 17 फरवरी को बेटे पंकज का विवाद सूरज व आकाश नाम के लड़कों से हुआ था. जिन्होंने उस विवाद के कारण ही उसकी हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया है. पिता का कहना था पंकज का विवाद सूरज और आकाश के साथ होते उनके छोटे पुत्र पुष्कर ने भी देखा था. मगर आरोपियों ने पुष्कर को डांट कर वहां से भगा दिया था. पिता रामनाथ का आरोप है जब इस मामले की शिकायत उसके द्वारा मडियांव थाने में की गई थी, तो पुलिस ने उन्हें डांट फटकार कर भगा दिया था. जिसके बाद ही उन्होंने बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट का सहारा लिया है.