लखनऊ : उत्तर प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव (municipal elections) अब गुजरात चुनाव परिणाम आने के बाद कराए जाएंगे, वहीं उत्तर प्रदेश राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 5 से शुरू होगा जो 8 दिसंबर तक चलेगा. इसी बीच गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम 8 दिसंबर को आएंगे, जिसके बाद ही उत्तर प्रदेश नगर निकाय के चुनाव की अधिसूचना राज्य निर्वाचन आयोग के स्तर पर जारी की जाएगी. इस बीच उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव से पहले होने वाली आरक्षण की प्रक्रिया को विधिवत तरीके से संपन्न कराने का काम नगर विकास विभाग के स्तर पर कराया जाएगा.
केंद्रीय निर्वाचन आयोग की तरफ से उत्तर प्रदेश सरकार के करीब दो दर्जन से अधिक सीनियर आईएएस अधिकारियों को ऑब्जर्वर बनाकर गुजरात विधानसभा चुनाव कराने के लिए भेजा गया है. इनमें प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात भी शामिल हैं, जिनके कंधे पर नगर निकाय चुनाव से पहले नगर निकायों के वार्ड और अध्यक्ष के आरक्षण की प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाना है. आरक्षण की प्रक्रिया शासन स्तर पर चल रही है और इसे अब अंतिम रूप दिया जाएगा. 18 नवंबर को राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदाता सूची का फाइनल प्रकाशन किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश से गुजरात चुनाव के लिए प्रेरक बनाकर भेजे गए आईएएस अधिकारी 8 दिसंबर के बाद पूरी तरह से फ्री हो जाएंगे और तब तक राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के अंतर्गत सदन की कार्यवाही भी संचालित होगी. शीतकालीन सत्र में राज्य सरकार अनुपूरक बजट भी लाएगी. जिससे उत्तर प्रदेश के तमाम विकास कार्यों को रफ्तार दी जाएगी. उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद सूचना जारी करते हुए नगर निकाय चुनाव कराए जाएंगे. उत्तर प्रदेश में 8 जनवरी तक के नगर निकायों के गठन की प्रक्रिया राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से की जानी है. ऐसे में 8 दिसंबर के बाद 8 जनवरी के बीच करीब एक महीने में उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे.
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