लखनऊ: अपनी 30 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश व्यापी आंदोलन के तहत बुधवार को निकाय कर्मचारियों ने नगर निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के चलते नगर निगम मुख्यालय और जोनल कार्यालयों में कामकाज प्रभावित रहा.
उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र ने बताया कि लंबित मांगों की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील की गई है. समाधान न होने पर आगामी घोषित तीसरे चरण में महासंघ जोरदार आंदोलन करेगा. शशि मिश्रा ने बताया कि 14 अक्तूबर को अपने प्रथम चरण के आंदोलन के बाद बुधवार को द्वितीय चरण का आंदोलन किया जा रहा है. यह धरना प्रदेश की सभी निकायों में दोपहर 12:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक किया गया.
इसमें मुख्य रूप से लिपिक संवर्ग व राजस्व संवर्ग का पुनर्गठन, वेतन विसंगतियों का निस्तारण, वर्ष 2001 तक कार्यरत दैनिक वेतन/ संविदा कर्मचारियों एवं रिक्त पदों को भरने के पश्चात विनियमितीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, पुरानी पेंशन बहाली चालक/ कंप्यूटर व सफाई कर्मचारियों के संभागों की समस्याओं का निस्तारण तथा वर्ष 2012 में संविदा एवं दैनिक वेतन पर कार्यरत कर्मचारियों की सेवा बहाली की समस्याओं पर ध्यानाकर्षण कराया गया.
इसके साथ ही प्रदेश की निकायों में समय से वेतन भत्ते पेंशन एवं कर्मचारियों के अवशेष सभी प्रकार के भुगतान सुनिश्चित किए जाने जैसे मुद्दों पर धरना प्रदर्शन किया गया. महासंघ के प्रवक्ता सैयद कैसर रजा ने बताया कि धरने में मुख्य रूप से इन्डियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्रा व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश रावत ने भी संबोधित किया.