लखनऊ: लाॅकडाउन के दौरान स्पेशल ट्रेनों से दूसरे राज्यों से लखनऊ पहुंचे मजदूरों को नगर निगम के कर्मचारियों ने सैनिटाइजर से नहला दिया था. इस मामले पर लखनऊ नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने सफाई पेश की है. उन्होंने कहा कि अनजाने में गलती हो गई है. वहीं सैनिटाइज कर रहे मशीन ऑपरेटर और सुपरवाइजर पर कार्रवाई हुई है. बता दें कि इस हरकत के दौरान नगर निगम, जीआरपी और जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी मौजूद थे.
कोरोना वायरस के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को उनके घर वापस लाने के लिए सरकार द्वारा स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है. इसके बाद उन्हें बसों के माध्यम से घर पहुंचाया जा रहा है. बीते मंगलवार के दिन महाराष्ट्र के अकोला और गुजरात के वडोदरा से बड़ी संख्या में श्रमिक लखनऊ पहुंचे. श्रमिकों की थर्मल स्कैनिंग करवाई गई और उन्हें संबंधित बसों की तरफ जाने के लिए कहा गया. इस दौरान मजदूर और उनके परिवार वालों को लाइन से खड़ा कर उन्हें सैनिटाइजर से नहला दिया गया.
सैनिटाइजर शरीर और आंखों के लिए है खतरनाक
सैनिटाइजर में सोडियम हाइपोक्लोराइट होता है, जो कि शरीर के लिए खतरनाक है. आंखों में पड़ने पर रोशनी जाने का खतरा है. साथ ही शारीरिक इंफेक्शन भी हो सकता है. बता दें कि चारबाग में बसों को सैनिटाइज किया जा रहा था. इस दौरान मजदूर एक बस से दूसरी बस में जा रहे थे, तभी उन्हें सैनिटाइजर से नहला दिया गया. छिड़काव के दौरान मशीनों का प्रेशर काफी होता है. इस मामले में सैनिटाइज कर रहे मशीन ऑपरेटर और सुपरवाइजर को हटा दिया गया है.