लखनऊः एलडीए द्वारा मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम पर दर्ज निशक्रांत भूमि पर बनी बिल्डिंग को गिराने की कार्रवाई के बाद, शुक्रवार को अब्बास अंसारी और उमर अंसारी की ओर से वकीलों की एक टीम एलडीए दफ्तर पहुंची. वकीलों ने एलडीए के अधिकारियों से मिलकर बिल्डिंग को गिराए जाने के संदर्भ में कोर्ट द्वारा पारित आदेश और दस्तावेज जुटाए हैं. वहीं बिल्डिंग गिराने को लेकर की गई कार्रवाई के विरोध में अब मुख्तार अंसारी के दोनों बेटे कोर्ट की मदद लेंगे.
गुरुवार को जिला प्रशासन और एलडीए की टीम ने बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटों के नाम दर्ज निशक्रान्त भूमि से कब्जा हटाते हुए अवैध बिल्डिंग को गिरा दिया था. इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से मुख्तार अंसारी, अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. ये FIR लेखपाल जियामऊ सुरजन लाल की तहरीर पर दर्ज की गई है. मुख्तार अंसारी और उनके दोनों बेटों को धोखाधड़ी, जालसाजी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोपी बनाया गया है.
अब्बास और उमर की हो सकती है गिरफ्तारी
मुख्तार अंसारी और उनके बेटों के खिलाफ हजरतगंज थाने में दर्ज FIR के संदर्भ में पुलिस ने राजस्व विभाग और एलडीए से दस्तावेज मांगे हैं. डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा का कहना है कि जिला प्रशासन की ओर से दर्ज कराई गई FIR के मामले में हम सबूत जुटा रहे हैं. इसके लिए राजस्व और एलडीए से भी दस्तावेज मांगे गए हैं. सबूत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. अगर दस्तावेजों में हेराफेरी करने और धोखाधड़ी करने के सबूत मिलते हैं तो पुलिस अब्बास और उमर को गिरफ्तार भी कर सकती है.