लखनऊ: मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर इन दिनों नशा मुक्ति समाज अभियान में लगे हुए है. शराब के अधिक सेवन से लीवर खराब होने के कारण 19 अक्टूबर 2020 को सांसद कौशल किशोर के मंझले बेटे आकाश की मौत हो गयी थी. इससे आहत होकर उन्होंने नशे के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाने का संकल्प लिया है. इसी क्रम में अब वह फेसबुक, ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग जागरूकता फैलाने में कर रहे हैं.
नशा समाज का कोढ़ है, इसके कारण समाज मे कुरीतियों का जन्म होता है. इस व्यसन को त्याग कर एक सभ्य समाज की स्थापना करने के लिए समाज को आगे आना होगा. हम सब मिलकर समाज इस व्यसन को उखाड़ फेंकने का संकल्प लें. इस शपथ के साथ वह सभी से नशे की कुरीतियों से दूर होने की अपील कर रहे हैं.
शराब के कारण हुई थी बेटे की मौत
सांसद कौशल किशोर ने बताया कि मेरे बेटे आकाश किशोर उर्फ जेबी को चोरी छुपे शराब पीने के कारण ज्वाइंडिस हो गया था. इससे उसका लीवर डैमेज हो गया और 28 वर्ष की उम्र में 19 अक्टूबर 2020 को उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि हमने पूरा प्रयास किया की बेटा आकाश नशा छोड़ दे, कई बार नशामुक्ति केंद्रों में भर्ती भी कराया. इन सबका परिणाम था कि उसने नशा छोड़ा, लेकिन कुछ लोग उसके पीछे लगे रहे. सांसद ने बताया कि जब वे कोरोना पॉजिटिव होकर एडमिट हो गए तो उसने फिर शराब पीना शुरू कर दिया. इसके कारण उसका लीवर डैमेज हो गया और उसकी मृत्यु हो गई.
घटना से परिवार को लगा सदमा
सांसद कौशल किशोर ने बताया कि इस घटना से हम और हमारा पूरा परिवार बहुत आहत है. हमारे बच्चे, पत्नी, भाई और भतीजे बहुत ही दुखी हैं. हमने संकल्प लिया है कि नई पीढ़ी के लड़कों को कोई न कोई तो पहली बार शराब पिलाता है. कोई भी अपने आप नशा नहीं करता. उन्हें कोई न कोई नशा करने के लिए प्रेरित करता है. हमारा बेटा भी इसी का शिकार हुआ.
'कई लोगों का नशा छुड़वाया, खुद के बेटे का न छुड़वा सके'
सांसद कौशल किशोर ने बताया कि मैंने बहुत लोगों का नशा छुड़वा दिया. शराब, बीड़ी, सिगरेट, मसाला छुड़वा दिया, लेकिन खुद अपने बेटे की शराब नहीं छुड़वा सका. मुझे इस बात की बहुत तकलीफ है. इसलिए मैंने निर्णय लिया है कि नई पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए हम लोगों को ही आंदोलन करना पड़ेगा.
3 दिसम्बर को 1000 युवाओं को नशा मुक्ति की दिलाएंगे शपथ
सांसद कौशल किशोर ने बताया कि उन्होंने 3 दिसंबर 2020 को लखनऊ के गांधी भवन सभागार में प्रातः 11:00 बजे से नशा मुक्त समाज बनाने का आंदोलन शुरू करेेंगे. 3 दिसंबर 2020 को एक हजार नवयुवक यह संकल्प लेंगे कि वह किसी भी प्रकार का नशा अपने जीवन में नहीं करेंगे. अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को नशे से बचाएंगे. यह एक हजार नवयुवक हर महीने एक और युवक को अपने साथ जोड़ेंगे और उससे भी संकल्प कराएंगे कि वह अपने जीवन में किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेगा. इसके लिए हमने निर्णय लिया है कि संकल्प लेते समय हम सौ रुपये संकल्प शुल्क भी जमा कराएंगे ताकि हम आंदोलन को देशव्यापी बना सकें. सांसद कौशल किशोर ने बताया कि कुछ वर्षों में हम लोगों को नशा छोड़ने के लिए जबूर कर देंगे, यही हमारा संकल्प है.
'परिवार की खुशियों के लिए शराब को कहें ना'
सांसद कौशल किशोर ने सबसे अपील की कि शराब को हाथ लगाने से पहले अपने और अपने परिवार की ओर देख लें. हमें कुछ हो गया तो परिवार का क्या होगा. आप लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन है कि अपने अपने परिवार की खुशियों के लिए शराब को न कहिए. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हमारे समाज में फैले नशे से होने वाले नुकसान से समाज को जागृत कर एक सभ्य समाज की स्थापना करने के उद्देश्य को लेकर क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियान का असर समाज को नई दशा और दिशा प्रदान करेगा.