लखनऊ: मशहूर पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा के हस्ताक्षर बनाकर पैसा निकालने वाले उनके बहनोई को सरोजनी नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. अरुणिमा सिन्हा राजधानी के सरोजनी नगर थाना अंतर्गत सैनिक सोसायटी कॉलोनी में रहती हैं. अरुणिमा सिन्हा ने बताया कि वर्ष 2014 में उन्होंने ‘अरुणिमा फाउंडेशन’ नाम से एक ट्रस्ट बनाया था.
वह स्वयं ट्रस्ट की संस्थापक, मैनेजिंंग ट्रस्टी और महासचिव हैं. अरुणिमा सिन्हा ने अपने बहन लक्ष्मी सिंह के पति ओम प्रकाश त्रिपाठी को इस ट्रस्ट में अध्यक्ष बनाया था. ओम प्रकाश त्रिपाठी ने अपने करीबी बंथरा निवासी जगदेव को ट्रस्ट का उपाध्यक्ष बनाया था. इसके साथ अरुणिमा की बहन लक्ष्मी व भाई राहुल भी इस ट्रस्ट में सदस्य के रूप में शामिल थे.
आत्मदाह करने का किया था नाटक
अरुणिमा सिन्हा ने आरोप लगाया कि लक्ष्मी सिंह के पति ओम प्रकाश त्रिपाठी ने ट्रस्ट से 24 लाख रुपये, भाई राहुल सिंह ने 41 लाख रुपये, जगदेव ने 14 लाख रुपये व लक्ष्मी सिंह ने 17 लाख रुपये ट्रस्ट से ऋण के रूप में लिया था. जब अरुणिमा सिन्हा ने इन लोगों से रकम वापस मांगी तो यह लोग आनाकानी करने लगे. अरुणिमा सिन्हा ने सरोजनी नगर थाने एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसके बाद ट्रस्ट के अकाउंट को सील कर दिया गया था. अरुणिमा सिन्हा ने यह भी बताया कि ओम प्रकाश त्रिपाठी ने उनको फंसाने के लिए विधानसभा के सामने कुछ दिनों पहले आत्मदाह करने का नाटक भी किया था. फिलहाल सरोजिनी नगर पुलिस ने ओम प्रकाश त्रिपाठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
दोषी पाए जाने वालों पर होगी कार्रवाई
सरोजनी नगर पुलिस का कहना है कि ट्रस्ट से पैसा निकालने में मदद करने वाले बैंक कर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है. घटना में दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी.