लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से की गई पहल में उच्च शिक्षा के दो प्रमुख संस्थानों के बीच अकादमिक विनिमय व शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग का पहला कदम है. किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के बीच यह उत्कर्ष विनिमय का एमओयू हस्ताक्षर किया गया. प्रत्येक संस्थान की भूमिका एमओयू में परिभाषित कर दी गई है. इसके अलावा लखनऊ विश्वविद्यालय और केजीएमयू अनुसंधान परियोजनाओं में सहयोग करने को प्रोत्साहित करेंगे.
लखनऊ विश्वविद्यालय और केजीएमयू के आपस में आवंटित अनुदानों को साझा करने के साथ-साथ तकनीकी सहयोग को भी बढ़ावा दिया जाएगा. यह एमओयू सार्वजनिक सेवा के उच्च प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में राज्य के दो प्रमुख संस्थानों के बीच समन्वय और सहयोग का बड़ा उदाहरण है. लखनऊ विश्वविद्यालय और केजीएमयू निधिकरण के लिए और भी विभिन्न क्षेत्रों पर संयुक्त मिलकर प्रस्तावों को भी तैयार करने के लिए एक-दूसरे के शोधार्थी व आचार्यों को सुविधाएं प्रदान करेंगे.
जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी दुर्गेश ने बताया कि इस उत्कर्ष समझौते के लिए दोनों संस्थानों की पहल से एमओयू का हस्ताक्षर कार्यक्रम आयोजित किया गया था. लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से इस हस्ताक्षर कार्यक्रम में प्रोफेसर आलोक कुमार राय कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय, प्रोफेसर सुधीर कुमार प्रमुख प्राणी उद्यान विभाग, प्रोफेसर अरविंद मोहन डीन एकेडमिक्स और डॉक्टर सलीम मलिक प्राणी विज्ञान विभाग उपस्थित रहे.
वहीं केजीएमयू से इस हस्ताक्षर कार्यक्रम में कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉक्टर विपिन पुरी, प्रोफेसर आरके गर्ग संकाय प्रभारी अनुसंधान और एमओयू सेल, प्रोफेसर समीर मिश्रा संकाय प्रभारी लीगल सेल, डॉक्टर सिद्धार्थ अग्रवाल सह संकाय प्रभारी अनुसंधान और एमओयू सेल, प्रोफेसर समीर मिश्रा संकाय प्रभारी लीगल सेल, डॉक्टर सिद्धार्थ अग्रवाल सरकार प्रभारी एमओयू सेल और सामान्य वर्क के रूप में डॉ. अनुराग राय उपस्थित रहे. लखनऊ विश्वविद्यालय और केजीएमयू के बीच हुए इस एमओयू का मकसद आपसी सहयोग है.