लखनऊ: यूपी में कोरोना का प्रकोप नहीं थम रहा है. मंगलवार को संक्रमण की रफ्तार में मामूली बढ़ोतरी पाई गई है. मंगलवार को प्रदेश में 11 हजार नए केस सामने आए. इस दौरान 15 मरीजों की वायरस ने जान ले ली.
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक, 17 जनवरी को कोरोना संक्रमण दर 7.11 फीसद थी. यह सोमवार 6.19 और मंगलवार को बढ़कर 6.59 फीसद हो गई है. यूपी में 24 घंटे में 1 लाख 99 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 11,583 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. वहीं 18,836 मरीज डिस्चार्ज किए गए.
यूपी में अब तक देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 82 लाख से अधिक टेस्ट किए गए हैं. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. वहीं तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है.
अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई थी. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को ओमिक्रोन के 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई है, इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा और अन्य राज्यों से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांच की जा रही है. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रख रही है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए हैं. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.
86 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हुए
राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 86 हजार 563 हो गई है. इसमें 84 हजार 141 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
0.01 फीसद पॉजिटीविटी रेट से 6.59 हुई
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 1.97 फीसद से बढ़कर 2 फीसद हो गई है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट अब 0.01 से बढ़कर 6.59 फीसद हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
98.2 फीसद से 94 पर आई रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 86,563 हो गई है. रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी जो अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई थी. अब वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 97.2 से 94.4 फीसद रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 लोगों की जान चली गई थी.
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टीकाकरण अभियान जारी
यूपी में बुजुर्गों, वयस्कों के साथ किशोरों का टीकाकरण जारी है. मंगलवार को 18 वर्ष से अधिक के 98 फीसद से ज्यादा को पहली डोज लग गयी है. वहीं चुनाव वाले क्षेत्र में 10 दिन पहले सम्पूर्ण टीकाकरण करने के निर्देश दिए हैं.18 वर्ष से ऊपर की 98.14 फीसद आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लग गई है. साथ ही 65.97 फीसद आबादी को वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है. यूपी में वैक्सीन से वंचित रहे लोगों की घर-घर खोज की जा रही है. पहली और दूसरी डोज के छूटे लोगों की लिस्ट बनाकर वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है. ऐसे ही दिव्यांग और निराश्रित लोगों को भी वैक्सीन की डोज देने के निर्देश दिए गए हैं.
ऑन द स्पॉट पंजीकरण
यूपी में क्षेत्रों को क्लस्टर में बांटकर दोबारा टीकाकरण शुरू किया गया है. इसमें दूसरी डोज लगाने के काम पर भी जोर दिया जा रहा है. इसमें फिक्स बूथ के अलावा कैम्प और घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है. जिन इलाकों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज लगाई गई है. उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज भी लगाई जा रही है. मौके पर ही पंजीकरण हो रहा है.
यूपी में मंगलवार को 18,471 केंद्रों पर टीकाकरण शुरू किया गया है. इसमें 18,382 सरकारी और 89 निजी केंद्र बनाए गए हैं. इस दौरान 14 लाख को वैक्सीन लगी. यूपी में कुल डोज सवा 25 करोड़ से ज्यादा लग गई. वहीं दूसरी डोज लेने वालों की तादाद 9 करोड़ 80 लाख पार कर गई. पहली डोज 15 करोड़ 35 लाख से ज्यादा को लगी है.