लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही सपा के सदस्यों ने विधानसभा गेट पर चढ़कर अपना विरोध जताया है. सपा सदस्यों का कहना है कि भाजपा सरकार में किसान विरोधी कानून बनाए गए, पेट्रोल-डीजल के दाम और सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, जिसको लेकर यह विरोध जताया जा रहा है. विरोध कर रहे सपा सदस्य हाथ में बैनर लिए हुए थे, जिसमें लिखा था कि, 'योगी जी आइना देखो, भाजपा के जमाने में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है'. इसके साथ ही बढ़ रही महंगाई, भ्रष्टाचार पर भाजपा सरकार का विरोध जताया गया.
बताते चलें कि विधानसभा के अंदर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे बैठकर सपा सदस्यों ने अपना विरोध जताया. प्रयागराज से आए विधायक डॉ. बलवंत सिंह ने विधानसभा के अंदर जाने से पहले हाथों में गैस सिलेंडर के पोस्टर व बैनर लेकर अपना विरोध जताया. हालांकि पुलिस ने घेराबंदी कर विधायक के साथ आए कार्यकर्ताओं को विधानसभा के पास से हटा दिया.
प्रदर्शन कर रहे सपा सदस्यों का कहना है कि भाजपा सरकार जिस तरीके से तानाशाही कर रही है, उसको लेकर हम लोग लगातार विरोध जता रहे हैं. इसके साथ ही आज सदन की कार्यवाही के बीच भी हम लोग किसान समस्या, मंहगाई, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों की समस्या समेत जनता से जुड़ी अन्य समस्याओं की आवाज सदन में उठाएंगे. सपा सदस्यों का कहना है कि जिस तरीके से भाजपा सरकार ने सपा सांसद आजम खान पर फर्जी मुकदमे लगा कर उन्हें जेल के अंदर डाल दिया है, उसको वापस लिया जाए.
बता दें कि यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है. कोरोना की दूसरी लहर के बाद शुरू हो रहे इस सत्र में विपक्ष कोरोना काल में हुई अव्यवस्थाओं को लेकर हंगामा कर सकता है. हालांकि पहले दिन सदन के उन सदस्यों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की जाएगी, जिनका कोविड की दूसरी लहर के दौरान निधन हो गया था. सदन में शोक प्रस्ताव लाया जाएगा और सभी दलीय नेता शोक व्यक्त करेंगे. इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी.
दूसरे दिन बुधवार को फिर से सदन की कार्यवाही शुरू होगी, जिसमें सरकार अनुपूरक बजट पेस करेगी. इस अनुपूरक बजट पर तीसरे दिन 19 अगस्त को चर्चा होगी. पिछले दिनों विपक्ष ने जिस प्रकार से सरकार को कोरोना काल में हुई अव्यवस्थाओं को लेकर घेर रहा है, उससे यह बात स्पष्ट है कि विधानमंडल का मानसून सत्र भी हंगामेदार होगा. सरकार को घेरने का विपक्ष कोई भी मौका अपने हाथ से नहीं जाने देगा. विपक्षी नेताओं ने सत्र चलाने में सहयोगात्मक रवैया अपनाने का आश्वासन जरूर दिया है, लेकिन वह प्रदेश के सभी ज्वलंत मुद्दों को सदन में उठाने की कोशिश करेंगे. इसके अलावा मानसून सत्र के दौरान महंगाई, कानून-व्यवस्था समेत अलग-अलग मुद्दों को लेकर विपक्षी दल सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे.
विधानसभा में कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि विपक्ष चाहता है कि सरकार प्रदेश की जनता को ध्यान में रखकर सदन में स्वस्थ चर्चा करे. सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हो ताकि उसका हल निकाला जा सके. विपक्ष कभी नहीं चाहता कि सदन की कार्यवाही बाधित हो. हां इतना जरूर है कि विपक्ष जनता से जुड़े किसी भी मुद्दे को उठाने से पीछे नहीं रहता. इस सत्र में भी हम जनता की आवाज उठाएंगे.
सदन के 6 सदस्यों का हुआ निधन
विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के बाद से अब तक योगी सरकार के एक मंत्री समेत भाजपा के 6 विधायक दिवंगत हो चुके हैं. राजस्व राज्यमंत्री विजय कश्यप का कोरोना से निधन हो गया था. विजय कश्यप मुजफ्फरनगर की चरथावल विधानसभा सीट से चुनकर आए थे. वहीं लखनऊ पश्चिम सीट से विधायक सुरेश कुमार श्रीवास्तव, बरेली की नवाबगंज सीट से विधायक केसर सिंह, रायबरेली जिले की सलोन विधानसभा सीट से विधायक दल बहादुर कोरी और औरैया से रमेश चंद्र दिवाकर की कोरोना संक्रमण की वजह से मृत्यु हो गई थी. इनके अलावा कासगंज के विधायक रहे देवेंद्र प्रताप सिंह का निधन हार्ट अटैक की वजह से हो गया था.