लखनऊः इटली में तैनात IFS (इंडियन फॉरेन सर्विस) निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता पर प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है. आरोप है कि निहारिका सिंह ने पति अजीत के साथ मिलकर अली बुलियन कंपनी बनाई और लखनऊ, अयोध्या समेत प्रदेश के कई जिलों में हजारों लोगों को एक साल में दोगुना पैसा करने का लालच देकर करोड़ों रुपये हड़प लिए. इस तरह ठगी कर अजीत ने 600 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बना ली है.
कई जनपदों में हुए मुकदमे
इस मामले में अली बुलियन कंपनी के डायरेक्टर अजीत गुप्ता समेत कंपनी के सदस्यों के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में FIR प्रदेश के विभिन्न थानों में दर्ज है. यूपी एसटीएफ ने बीते साल जुलाई माह में अजीत गुप्ता को लखनऊ के पीजीआई इलाके से गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था.
40% लाभ का दिया गया था लालच
अली बुलियन कंपनी ने प्रदेश में ऐसा जाल बिछाया था कि एक के बाद कई लोग झांसे में आते चले गए. विदेश सेवा में तैनात पत्नी निहारिका सिंह की राजनेताओं से करीबी का कंपनी के एमडी अजीत गुप्ता ने भरपूर फायदा उठाया. निवेश के बदले हर साल 40% मुनाफा देने का दावा किया जाता था. आईएफएस निहारिका सिंह भी कंपनी के कार्यक्रमों में पहुंची थी और अपने पद का हवाला देते हुए निवेश सही सलामत रहने का दावा करती थीं. देश व प्रदेश के बड़े नेताओं के साथ पत्नी की फोटो दिखाकर कंपनी के एमडी ने सैकड़ों किसानों से करोड़ों की ठगी की थी.
एजेटों को मिलता था कार और फ्लैट
अली बुलियन कंपनी में लोगों का ज्यादा से ज्यादा रुपया निवेश कराने वाले एजेंटों को महंगे फ्लैट और लग्जरी गाड़ियां मिलती थीं. कंपनी में निवेश करने वालों ने बताया कि दो-तीन माह में लखनऊ अथवा जिला मुख्यालय पर कंपनी की मीटिंग होती थी. मीटिंग में कंपनी का एमडी उन एजेंटों को कार, अशोक फ्लैट की चाभी देता था जो ज्यादा ज्यादा रुपये निवेश कराते थे.
ठगी के 600 करोड़ से बनाया साम्राज्य
मूल रूप से अयोध्या के निवासी अजीत कुमार गुप्ता ने साल 2010 में अली बुलियन नाम से कंपनी बनाई थी. जिसमें उसने सोना, चांदी और हीरों का कारोबार दर्शाया था लेकिन कंपनी की ओर से कोई काम नहीं किया जाता था. बीते साल जेल जाने से पहले अजीत गुप्ता ने एसटीएफ की पूछताछ में बताया कि कंपनी अपनी पत्नी के पद का फायदा उठाते हुए करीब 600 करोड़ रुपये का कारोबार खड़ा किया है.
डायरेक्टर समेत इन पर दर्ज हुए मुकदमे
गोमतीनगर स्थित विराट खंड निवासी अजीत कुमार गुप्ता, आईएफएस निहारिका सिंह अयोध्या निवासी संतोष कुमार, अंजनी कौशल, शिव कुमार गोस्वामी, अजय उपाध्याय, धर्मेंद्र कौशल, मंजू कौशल, वासुदेव कौशल, आशीष तिवारी, ओम शंकर कौशल, नीलम कौशल, धरणीधर उपाध्याय, राम गोपाल गुप्ता और विष्णु गुप्ता के खिलाफ ठगी समेत कई धाराओं में अयोध्या, सुल्तानपुर, बाराबंकी, लखनऊ व अन्य जिलों में सैकड़ों एफआईआर दर्ज हुए है.