लखनऊ: ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए अब जिलों में विधायक निधि से ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा सकेंगे. इसके लिए विधायक ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने की भी संस्तुति दे सकेंगे. सरकारी अस्पतालों और राजकीय मेडिकल कॉलेजों में विधायक निधि से ऑक्सीजन पाइप लाइन भी बिछाई जा सकेगी.
ग्राम विकास मंत्री ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर दी मंजूरी
प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कोविड महामारी से लड़ाई में विधायक निधि के उपयोग की मंजूरी दे दी है. कोविड से संबंधित कार्यों में विधायकों को 25 लाख रुपए तक खर्च करने की शिथिलता दी गई है. अधिकतम विधायक जितना भी चाहे अपनी निधि से खर्च कर सकता है.
जांच उपकरणों की खरीद में दे सकेंगे योगदान
प्रदेश में विधायक व्यवस्था के तहत अपने जिले के चिकित्सालय में आरटी पीसीआर की जांच के लिए मशीन और अन्य उपकरण की खरीद के लिए संस्तुति कर सकेंगे. इसके अलावा वह आईसीयू वेंटीलेटर और एचएफएनसी बाई पाइप की भी खरीद करा सकेंगे. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने का भी उन्हें अधिकार दिया गया है.
कोविड केयर फंड में भी दे सकेंगे दान
ग्राम विकास मंत्री विधायक क्षेत्र का उपयोग राज्य कोविड-19 केयर फंड में योगदान के लिए भी अनुमति प्रदान कर दी है. साथ ही मंत्री ने विधायकों से अपील की है कि वह अपनी विधायक क्षेत्र निधि से ज्यादा से ज्यादा रकम राज्य कोविड केयर फंड के लिए दें. वह राजकीय अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों के लिए कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए बेड भी खरीद सकेंगे.