लखनऊ: मोहनलालगंज के शिव गुलाम खेड़ा गांव में दो दिन पहले दबंग द्वारा पाले गए सुअरों से खेतों की फसल नुकसान कराया गया. उसके बाद बुजुर्ग के परिवार को दबंग द्वारा मारा पीटा गया. जिसकी शिकायत उसने पुलिस से की तो उसको और महंगा पड़ गया. पुलिस के कार्रवाई न करने के चलते बेखौफ दबंग ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर मंवलवार को बुजुर्ग दंपति के घर धावा बोल दिया. घर में मौजूद बुजुर्ग दंपति के साथ बेटे-बहू को भी जमकर पीटा और मरणासन्न अवस्था में छोड़कर भाग निकले. ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को सीएचसी पहुंचाया.
पुलिस के ढुलमुल रवैया से किसान के परिवार पर हुआ जानलेवा हमला
परवर पश्चिम के शिव गुलाम खेड़ा निवासी बुजुर्ग बंसीलाल ने बताया कि उन्होंने अपने खेतों में सब्जियां बो रखी है. जिनकी देख-रेख के लिए पत्नी संग खेतों में ही रहते हैं. खेतों के बगल स्थित मेडई खेड़ा गांव के दबंग किस्म के महिपाल रावत अपने सूअर और मुर्गियां खेतों में छोड़ देते हैं जो उनकी फसल को नष्ट कर दे रहे हैं. बीते सोमवार की सुबह किसान की पत्नी श्यामकली, महिपाल के घर शिकायत करने पहुंची तो उसको बुरी तरह मारा-पीटा. इसकी लिखित शिकायत मोहनलालगंज कोतवाली पहुंचकर की गई तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
जिसके बाद मन बढ़ दबंग महिपाल ने अपनी पत्नी सुनीता, रामपाल, करन निवासी लालूमर के साथ हथियारों सहित लाठी-डंडों से लैस होकर मंगलवार की रात बुजुर्ग दंपति के घर घुस आए. बुजुर्ग दंपति के घर घुसकर बुजुर्ग किसान बंसीलाल सहित पत्नी श्यामकली, बेटे सर्वेश बहू की जमकर पिटाई कर बुरी तरह लहूलुहान कर दिया. जिसके बाद बुजुर्ग दंपति के परिवार को मरणासन्न अवस्था में छोड़कर मौके से भाग निकले. ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को मोहनलालगंज के सीएचसी पहुंचाया. जहां पर डॉक्टरों ने किसान की पत्नी की हालत गंभीर देख ट्रामा सेंटर के लिए भेज दिया.
पुलिस जुटी कार्रवाई में
पीड़ित किसान ने बताया आरोपी महिपाल दबंग किस्म का आदमी हैं. उसके पिता और भाई 12 साल पहले दोहरे हत्याकांड में जेल भी जा चुके हैं. वहीं इंस्पेक्टर मोहनलालगंज जीडी शुक्ला ने बताया पीड़ित किसान की शिकायत पर चार आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. पूर्व में पुलिस से शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई न किए जाने का मामला संज्ञान में आया है. पूरे मामले में जांच के बाद दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी.