लखनऊ : अस्पतालों में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इस बीच ऑक्सीजन को लेकर राज्य सरकारों के बीच तकरार देखने को मिल रही है. दिल्ली सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का बयान आने के बाद योगी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने एतराज जताया है. सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र ने राज्यों का ऑक्सीजन का कोटा निर्धारित कर रखा है. रही बात दिल्ली की तो वहां की परिस्थिति को देखते हुए अतिरिक्त प्रयास भी हो रहे हैं. इन्हीं प्रयासों के चलते यूपी का कोटा कम करके दिल्ली को ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है.
सिसोदिया लगा रहे झूठा आरोप
योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया झूठा आरोप लगा रहे हैं. उनके आरोप वास्तविकता से इतर हैं. मनीष सिसोदिया दोमुंही बात कर रहे हैं. वह दादागिरी भी करना चाहते हैं और बच्चों की तरह रो भी रहे हैं. प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश को आईनॉक्स प्लांट से 149 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी, जो अब 80 मीट्रिक टन हो गई है. रुड़की का 40 मीट्रिक टन घटाकर 15 मीट्रिक टन कर दिया गया है. पानीपत का 40 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दिल्ली को भेजा जा रहा है.
दिल्ली को कोटे से 175 मीट्रिक टन अधिक ऑक्सीजन
सिद्धार्थनाथ सिंह कहते हैं कि सच्चाई यह है कि दिल्ली को निर्धारित कोटे से 175 मीट्रिक टन ऑक्सीजन अधिक दी जा रही है. इसको लेकर यूपी सरकार न तो रो रही है और न ही कोई आपत्ति कर रही है. दिल्ली सरकार अपनी विफलताओं और अपनी कमियों को ढकने के लिए इस तरह के झूठे आरोप लगा रही है.
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बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब दिल्ली और यूपी सरकार के बीच तकरार देखने को मिली है. अभी हाल में ही दिल्ली में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने आरोप लगाया था कि केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर श्रमिकों के साथ गलत बर्ताव किया है. यूपी और बिहार के श्रमिकों को दिल्ली बॉर्डर पर लाकर छोड़ दिया गया है. उन्हें उनके घर तक पहुंचाने का काम योगी सरकार ने बसों के माध्यम से की है.