लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने राजधानी में बैठक की. इस दौरान उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग के नलकूप, पंप तथा अन्य सिंचाई प्रणालियों को सौर ऊर्जा से संचालित किया जाएगा. इसके लिए सिंचाई विभाग के जलाशयों के ऊपर तथा नहरों के पास खाली पड़ी जमीनों पर सोलर पैनल स्थापित कराए जाएंगे.
प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने कहा कि सोलर पैनल लगाने के लिए सिंचाई विभाग, ऊर्जा विभाग के संयुक्त प्रयास से पूरे प्रदेश में सिंचाई प्रणालियों की जमीनों का सर्वे कराकर पैनल स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थलों को चिन्हित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के लिए यह क्रांतिकारी कदम होगा. सोलर ऊर्जा पैनल से उत्पादित बिजली का सिंचाई विभाग में उपयोग के उपरांत आम जनता को भी सुलभ कराया जाएगा.
इस दौरान मंत्री महेंद्र सिंह ने निर्देश देते हुए कहा कि सोलर ऊर्जा उत्पादन करने के लिए तेजी से कार्यवाही सुनिश्चित की जाए. इसके लिए सिंचाई और ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाकर पूरे प्रदेश का सर्वे कराया जाए और सोलर पैनल स्थापित करने वाले स्थलों को भी चिन्हित किया जाए.
42,215 किलोमीटर नहरों में होगी सिल्ट की सफाई
सिंचाई विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि 15 नवंबर तक चलाए जा रहे सिल्ट सफाई अभियान को निर्धारित समय में पूरा किया जाए. साथ ही सभी नहरों, नाले की सफाई मानक के अनुरूप सुनिश्चित की जाए. उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्रीय संगठनों के मुख्य अभियंता अपने कार्य क्षेत्र में नहरों की सिल्ट सफाई की सूचना नहरों के नाम सहित संपूर्ण विवरण जनपद के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में 42,115 किलोमीटर नहरों की सिल्ट सफाई की कार्ययोजना विभाग ने तैयार की है और यह सफाई शत-प्रतिशत कराई जाएगी.