लखनऊः प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से जुड़े मुद्दों पर शुक्रवार को अधिकारियों को कई निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने गंगा किनारे स्थित 27 जनपदों के सभी 1038 राजस्व गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नमामि गंगे मिशन से जुड़े सभी संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों को प्राथमिकता पर विकास योजनाएं संचालित करने के निर्देश दिए. राजधानी के योजना भवन में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए जल शक्ति मंत्री ने यह बातें कहीं.
जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश की एक ट्रिलियन डालर की इकोनाॅमी को बनाने में मां गंगा का बहुत बड़ा सहयोग हो सकता है. गंगा की अवधारणा को पूरा करने के लिए बनाई गई कार्ययोजना पर तेजी से कार्य हो. इसके लिए सभी विभागों को मिलकर सार्थक प्रयास करना होगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गंगा किनारे स्थित सभी गांवों का समुचित एवं आर्थिक विकास हो, इसके लिए निर्धारित कार्ययोजना को तेजी से लागू किया जाय.
21 नगरीय क्षेत्र और 1038 ग्राम पंचायतों को जोड़ा गया
डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत गंगा किनारे स्थित 21 नगरीय क्षेत्र, 1641 गांव और 1038 ग्राम पंचायतों को जोड़ा गया है. गंगा मिशन कार्ययोजना के तहत इन क्षेत्रों का विकास कर गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाया जा सकता है. साथ ही लोगों को आर्थिक, सामाजिक एवं धार्मिक जीवन स्तर को भी समृद्ध बनाया जा सकता है.
गंगा के दोनों किनारों पर पर्यटन की अपार संभावनाएं
जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने कहा कि गंगा के दोनों किनारों पर पर्यटन की अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक स्थलों और गंगा घाटों को विकसित करना है. गंगा किनारे की सभी पंचायतों में गंगा घाटों पर चबूतरा बनवाकर गंगा आरती की व्यवस्था की जानी है. गंगा नदी की भूमि को अतिक्रमण मुक्त रखने के लिए भी कार्ययोजना बनाई जाए. साथ ही गंगा किनारे स्थित तालाबों का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कराने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया.