लखनऊ : गुरुवार को उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन की बैठक में दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंताओं की विभिन्न समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया. एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने साफ तौर पर कहा है कि दलित व पिछड़े अभियंताओं की समस्याओं को लेकर एसोसिएशन काफी गंभीर है. लगातार प्रबंधन के सामने उनकी समस्याओं को रखा जा रहा है. जिन समस्याओं का अभी तक समाधान नहीं हो पाया है, उनके लिए संघर्ष किया जाएगा.
कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि सभी सदस्यों ने एकमत से पावर कार्पोरेशन प्रवन्धन से यह मांग की है कि वर्ष 2019-20 में चयनित अभियंताओं की लंबित पदोन्नति सूची अबिलम्ब जारी कराई जाए. विगत दिनों सहायक अभियंता से अधिशाषी अभियंता की लंबित पदोन्नति व सूची जारी हो चुकी है. लेकिन अधिशाषी अभियंता से अधीक्षण अभियंता या उससे ऊपर की सूची अभी भी लंबित है.
एसोशिएसन के सदस्यों ने कार्पोरेशन प्रबन्धन के समक्ष ये मांग उठाई है कि वर्तमान में 1992 बैच के लगभग 100 अभियन्ताओं को प्रमोट होना है. जो दलित अभियंताओं का ही पूरा बैच है. उनकी पदोन्नति के लिए चयन जल्द शुरू होना है. इसलिए इस बैच के जो भी दलित अभियंता हैं, जिनके कोई भी मामले बिजली कम्पनियों में लंबित हैं और अभियंताओं ने उसका जवाब समय से दाखिल किया है. उसका 15 दिन में निस्तारण कराया जाए, ताकि उनकी समय पर पदोन्नति हो सके.
एसोसिएशन के सदस्यों ने पावर कार्पोरेशन प्रबंधन से मांग की है कि 1992 बैच के अधिशाषी अभियंता से अधीक्षण अभियंता के पद पर प्रमोट होने वालों के लंबित मामले 15 दिन में निपटा दें. मीटिंग में पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष एसपी सिंह, अतिरिक्त महासचिव अनिल कुमार, सचिव आरपी केन, ट्रांस्को व मध्यांचल अध्यक्ष महेंद्र सिंह, संगठन सचिव अजय कुमार ने कहा कि विगत वर्ष जिस प्रकार से दलित अभियंताओं को रिवर्ट किया था. अब उनका सम्मान वापस दिलाने के लिए पावर कार्पोरेशन प्रबंधन को आगे आकर एक मिसाल पेश करना चाहिए. उनकी पदोन्नति करके उनका हक उनको देना चाहिए.