लखनऊः नगर निगम के बजट सदन की बैठक रविवार को बुलाई गई है. वित्तीय वर्ष 2020-21 के लगभग छह माह बीतने के बाद बजट को चर्चा के बाद मंजूरी मिलेगी. कार्यकारिणी ने शहर के विकास पर 1656 करोड़ रुपये खर्च का प्रावधान किया है. यह बीते वित्तीय वर्ष के बजट की तुलना में 296 रुपये कम है. इसे मंजूरी दिए जाने को लेकर ही नगर निगम का विशेष सदन बुलाया गया है.
कोरोना काल में पहली बैठक
कोरोना काल में निगम में पहली बैठक होने जा रही है. इस दौरान विकास के मुद्दे पर जोरदार हंगामे के आसार है. बजट में सबसे ज्यादा कटौती अनुदान राशि से होने वाले विकास कार्य पर हुई है. वर्ष 2019-20 में इस मद से 911 करोड़ रुपये का प्रावधान था जो घटकर 522 करोड़ रुपये हो गया है. कोरोना जैसे महामारी के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है. जबकि अब तक नगर निगम के लाखों रुपये खर्च हो गए हैं. बजट में प्रावधान न होने पर दो दिन पहले हुए भाजपा पार्षद दल की बैठक में जमकर विरोध हुआ था.
हंगामा होने की आशंका
इसके अलावा विकास कार्य, सफाई व्यवस्था, मार्ग प्रकाश, कूड़ा उठान आदि मुद्दों पर जमकर हंगामा होने का आसार है. इसके लिए विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष ने तैयारी की है. शनिवार को दिनभर सदन की कार्यवाही आयोजित कराने के लिए तैयारी होती रही. सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए हर लाइन में कुर्सियों की संख्या छह से घटकर पांच की गई है. हालांकि इससे तय मानक पर सोशल डिस्टेंसिंग पूरी नहीं हो पा रही है. यदि सभी पार्षद पहुंच गए तो सोशल डिस्टेंसिंग का तार-तार होना तय है. वहीं सदन में प्रवेश से पूर्व कोरोना जांच अनिवार्य किया गया है. एंटीजन जांच के लिए सुबह दस बजे स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच जाएगी. साथ ही नगर निगम ने सभी के लिए मास्क, फेस शील्ड व हेड केस की व्यवस्था की है.
बजट में इन पर होगी नजर
नालों की सफाई पर 118.50 करोड़, कार्यदायी सफाईकर्मी पर 70 करोड़, नए कूड़ा घरों पर दो करोड़, शौचालयों के मरम्मत पर एक करोड़, मार्ग प्रकाश पर 22.5 करोड़, पार्क पर 25 करोड़, सड़कों की मरम्मत पर 180.5 करोड़ के बजट पर चर्चा होने की संभावना है.