लखनऊ : राजधानी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दाखिल कर मेरठ के थाना मुंडाली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया गया है. आरोप है कि एसआई श्याम सिंह समेत सिपाही अमित बालियान, सिपाही विनोद समेत छह लोगों ने वादी का अपहरण कर लिया और 15 लाख की फिरौती वसूलने के बाद उसे छोड़ा. पुलिस पर लगे इन आरोपों पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने गोमती नगर थाना से रिपोर्ट तलब करने का आदेश दिया है.
दरअसल अदालत में यह प्रार्थना पत्र गोमतीनगर निवासी अरविन्द सिंह ने दाखिल की है. अरविन्द ने प्रार्थना पत्र में आरोपी पुलिसकर्मियों और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. मामले की अगली सुनवाई 8 दिसंबर को होगी. वादी अरविन्द ने बताया कि 8 नवंबर को मेरठ निवासी अंसार अली और आलम के साथ एसआई श्याम सिंह, सिपाही अमित बालियान और सिपाही विनोद ने गोमती नगर स्थित दयाल पैराडाइज चौराहे से उसे अगवा कर अपनी गाड़ी में बैठा लिया और मेरठ ले गए. वहां उन लोगों ने 15 लाख रुपए की मांग की.
अरविन्द ने बताया कि यह रकम उनके एक मित्र राजेश मेरठ लेकर आए. यहां रकम वसूलने के बाद मेरे मित्र राजेश को को सिविल कोर्ट ले जाया गया. उनसे एक सादे स्टाम्प पर दस्तखत कराया गया और 20 लाख रुपए और मांगे गए. जब मेरे मित्र ने असमर्थता जताई तो उनकी गाड़ी अंसार ने रख लिया. इसके बाद उन्हें मुडाली थाने ले गए, वहां से यह कहते हुए छोड़ दिया कि जल्द 20 लाख रुपए का इंतजाम करो. साथ ही धमकी दी कि इस बात की जानकारी किसी को मत देना, वरना एनकाउंटर कर देंगे.