लखनऊ: केजीएमयू में वर्षों से बंद मेडिकल आंकोलॉजी विभाग शुरू हो गया है. यहां एक डॉक्टर की भी तैनाती हो गई है. ऐसे में अब कैंसर रोगियों को राहत मिलेगी. यहां तीनों विधियों से कैंसर का उपचार संभव हो सकेगा.
20 विभागों के डॉक्टरों के साक्षात्कार संपन्न
बता दें कि केजीएमयू में शिक्षकों की भर्ती चल रही है. मेडिकल दंत संकाय में बारी-बारी से नियुक्ति होनी है. 43 विभागों में से 20 विभागों के डॉक्टरों के साक्षात्कार संपन्न हो चुके हैं. मेडिकल आंकोलॉजी विभाग में एक डॉ ईसा जफा की तैनाती की गई है. ऐसे में अब केजीएमयू में सर्जिकल आंकोलॉजी, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के साथ-साथ मेडिकल आंकोलॉजी में भी मरीज दिखा सकेंगे. यानी कि संस्थान में ऑपरेशन, रेडिएशन व कीमोथेरेपी तीनों विधियों से कैंसर का इलाज मुमकिन होगा.
दो संस्थानों में थी सुविधा
फिलहाल, मेडिकल आंकोलॉजी विभाग दो सरकारी संस्थानों में चल रहा है. इनमें लोहिया इंस्टीट्यूट में सर्जिकल आंकोलॉजी, रेडिएशन आंकोलॉजी के साथ मेडिकल आंकोलॉजी भी था. ऐसे ही चक गंजरिया स्थित कैंसर इंस्टिट्यूट में भी तीनों विभाग संचालित हैं. अब केजीएमयू में भी तीनों विभाग हो गए हैं.
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अगले सप्ताह शुरू होगी ओपीडी
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह के मुताबिक मेडिकल आंकोलॉजी में डॉक्टर ने ज्वॉइन कर लिया है. उम्मीद है अगले सप्ताह से विभाग की ओपीडी शुरू हो जाएगी. ऐसे में रोगियों को काफी राहत मिलेगी. उन्हें इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. केजीएमयू में ही सम्पूर्ण इलाज की सुविधा होगी.