ETV Bharat / state

सिविल अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर उगाही, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के हस्तक्षेप के बाद जांच शुरू

राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल (CIVL HOSPITAL) के डाॅक्टरों पर बच्चेदानी में गांठ के ऑपरेशन के लिए लिए उगाही का आरोप लगा है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जांच के बाद दोषी डाॅक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 23, 2023, 7:59 AM IST

लखनऊ : हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल (सिविल) में डॉक्टर पर ऑपरेशन के नाम पर पैसे वसूलने के गंभीर आरोप लगे हैं. मरीज की शिकायत का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया. उन्होंने अस्पताल के निदेशक को घटना की जांच के निर्देश दिए हैं. जांच में दोषी मिलने पर डॉक्टर के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया है.

बच्चेदानी में गांठ के ऑपरेशन के लिए लिए रुपये : पारा निवासी महिला को बच्चेदानी में गांठ थी. परिजन मरीज को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे. यहां सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने देखा और जांच कराई. जांच में बच्चेदानी में गांठ की पुष्टि हुई. डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी. परिजन ऑपरेशन के लिए तैयार हो गए. मरीज को भर्ती कराया. ऑपरेशन के लिए सरकार द्वारा तय 400 रुपये फीस जमा की. जिसकी रसीद उन्हें मिली. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के एवज में 5000 रुपये अतिरिक्त मांगे. परिजनों ने इतने पैसे देने में असमर्थता जाहिर की. इस पर महिला का ऑपरेशन टाल दिया गया. दुखी परिजनों ने किसी तरह पैसे जुटाये. पैसे डॉक्टर को दिए. उसके अगले दिन डॉक्टर ने महिला का ऑपरेशन कर दिया.


डिप्टी सीएम ने कहा दोषी को बख्शा नहीं जाएगा : पीड़ित परिजनों ने मामले की शिकायत अस्पताल प्रशासन से की. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मामले को गंभीर बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी की छवि को धूमिल करने वाले डॉक्टर व कर्मचारियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा. कठोर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अस्पताल के निदेशक को जल्द से जल्द जांच पूरी करने के आदेश दिए हैं.



सीएमएस का तबादला, जांच शुरू : औरैया में 50 बेड जिला संयुक्त चिकित्सालय में तैनात मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश मोहन गुप्ता पर गंभीर आरोप लगे हैं. आरोप हैं कि डॉ. गुप्ता अपने कर्तव्यों का ठीक से पालन नहीं कर रहे हैं. अस्पताल के ब्लड बैंक को सुचारू रूप से संचालित किये जाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है. चिकित्सकीय कार्यों में शिथिलता बरती जा रही है. बिना सूचना के मुख्यालय से अनुपस्थित रहने जैसे गम्भीर आरोप हैं. डिप्टी सीएम ने डॉ. गुप्ता को दूसरे जनपद में स्थानान्तरित करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही विभागीय कार्यवाही के भी निर्देश प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिए गए हैं.



वाराणसी में छह एफआरयू क्रियाशील होंगे : वाराणसी में मरीजों को और बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि जनपद में छह एफआरयू (फस्ट रेफरल यूनिट) क्रियाशील किये जाएंगे. जनपद की सभी चिकित्सा इकाईयों में आवश्यकतानुसार विभिन्न क्षेत्र के 34 चिकित्साधिकारियों की तैनाती की जाएगी. इस संबंध में प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को आदेश दिया गया है. एक सप्ताह में आदेश जारी करने के लिए कहा गया है. ताकि मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके.

यह भी पढ़ें : CMO की लापरवाही से सिविल अस्पताल तंग, चिकित्सक हो रहे कोरोना संक्रमित

सिविल Hospital Lucknow की फिजियोथेरेपी विभाग का होगा विस्तार, लोहिया अस्पताल में बढ़ेंगी ये सुविधाएं

लखनऊ : हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल (सिविल) में डॉक्टर पर ऑपरेशन के नाम पर पैसे वसूलने के गंभीर आरोप लगे हैं. मरीज की शिकायत का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया. उन्होंने अस्पताल के निदेशक को घटना की जांच के निर्देश दिए हैं. जांच में दोषी मिलने पर डॉक्टर के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया है.

बच्चेदानी में गांठ के ऑपरेशन के लिए लिए रुपये : पारा निवासी महिला को बच्चेदानी में गांठ थी. परिजन मरीज को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे. यहां सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने देखा और जांच कराई. जांच में बच्चेदानी में गांठ की पुष्टि हुई. डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी. परिजन ऑपरेशन के लिए तैयार हो गए. मरीज को भर्ती कराया. ऑपरेशन के लिए सरकार द्वारा तय 400 रुपये फीस जमा की. जिसकी रसीद उन्हें मिली. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के एवज में 5000 रुपये अतिरिक्त मांगे. परिजनों ने इतने पैसे देने में असमर्थता जाहिर की. इस पर महिला का ऑपरेशन टाल दिया गया. दुखी परिजनों ने किसी तरह पैसे जुटाये. पैसे डॉक्टर को दिए. उसके अगले दिन डॉक्टर ने महिला का ऑपरेशन कर दिया.


डिप्टी सीएम ने कहा दोषी को बख्शा नहीं जाएगा : पीड़ित परिजनों ने मामले की शिकायत अस्पताल प्रशासन से की. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मामले को गंभीर बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी की छवि को धूमिल करने वाले डॉक्टर व कर्मचारियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा. कठोर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अस्पताल के निदेशक को जल्द से जल्द जांच पूरी करने के आदेश दिए हैं.



सीएमएस का तबादला, जांच शुरू : औरैया में 50 बेड जिला संयुक्त चिकित्सालय में तैनात मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश मोहन गुप्ता पर गंभीर आरोप लगे हैं. आरोप हैं कि डॉ. गुप्ता अपने कर्तव्यों का ठीक से पालन नहीं कर रहे हैं. अस्पताल के ब्लड बैंक को सुचारू रूप से संचालित किये जाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है. चिकित्सकीय कार्यों में शिथिलता बरती जा रही है. बिना सूचना के मुख्यालय से अनुपस्थित रहने जैसे गम्भीर आरोप हैं. डिप्टी सीएम ने डॉ. गुप्ता को दूसरे जनपद में स्थानान्तरित करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही विभागीय कार्यवाही के भी निर्देश प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिए गए हैं.



वाराणसी में छह एफआरयू क्रियाशील होंगे : वाराणसी में मरीजों को और बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि जनपद में छह एफआरयू (फस्ट रेफरल यूनिट) क्रियाशील किये जाएंगे. जनपद की सभी चिकित्सा इकाईयों में आवश्यकतानुसार विभिन्न क्षेत्र के 34 चिकित्साधिकारियों की तैनाती की जाएगी. इस संबंध में प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को आदेश दिया गया है. एक सप्ताह में आदेश जारी करने के लिए कहा गया है. ताकि मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके.

यह भी पढ़ें : CMO की लापरवाही से सिविल अस्पताल तंग, चिकित्सक हो रहे कोरोना संक्रमित

सिविल Hospital Lucknow की फिजियोथेरेपी विभाग का होगा विस्तार, लोहिया अस्पताल में बढ़ेंगी ये सुविधाएं

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.