लखनऊ : सरकार ने एक जिला एक मेडिकल कॉलेज नीति का ऐलान किया है. इसके लिए 16 जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे. पहले चरण में महराजगंज और संभल में मेडिकल कॉलेज खोलने की मंजूरी दी गयी है.
प्रदेश में 31 सरकारी मेडिकल कॉलेज (Government Medical College) हो गए हैं. साथ ही पीपीपी मॉडल पर 16 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे. इस कड़ी में पहले चरण में प्रदेश सरकार ने दो जिलों के लिए दो निजी भागीदारों को मंजूरी दी है. महराजगंज और संभल जिले में निजी भागीदारी में न्यूनतम 100 सीटों वाला मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया जाएगा. सरकार निजी भागीदारों को वित्तीय प्रोत्साहन भी देगी.
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प्रदेश सरकार ने बागपत, बलिया, भदोही, चित्रकूट, हमीरपुर, हाथरस, कासगंज, महराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मऊ, रामपुर, संभल, संत कबीर नगर, शामली और श्रावस्ती में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज के निर्माण का फैसला किया है.
पीपीपी मॉडल पर तैयार होने वाले मेडिकल कॉलेज के तहत 10 जिलों के लिए 21 आवेदन किए गए हैं. इन आवेदनों पर चरणवार निर्णय लिया जाएगा. पहले चरण में प्रदेश सरकार ने दो जिलों के लिए दो निजी भागीदारों को मंजूरी दी है. बाकी जिलों के लिए प्रस्तावों का मूल्यांकन किया जा रहा है.
महराजगंज और संभल जिले में मेडिकल कॉलेज शुरू होने से सालाना कम से कम 200 डॉक्टर जुड़ सकेंगे. प्रत्यक्ष रोजगार के रूप में कम से कम 1300 नौकरियां विकसित होंगी. इससे महराजगंज में कम से कम 100 बेड और संभल में 300 बेड तक की उपलब्धता बढ़ जाएगी.
इन 16 जनपदों में मेडिकल कॉलेज न होने से प्रदेशवासियों को दूसरे जनपदों और राज्यों में इलाज के लिए जाना पड़ता है. अब इन 16 जिलों में भी मेडिकल कॉलेज होने से क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी. इससे चिकित्सा संस्थानों का बोझ भी कम होगा.
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