लखनऊ: महापौर संयुक्ता भाटिया ने शनिवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रहीमाबाद स्थित नगर निगम द्वारा विकसित किए जा रहे अटल उदय वन का निरीक्षण किया. साथ ही कार्यों के प्रगति की जानकारी लेने के साथ ही पर्यावरण सुद्धि के लिए हवन में आहुति प्रदान की. इसके बाद अटल उदय वन में ऑक्सीजन देने वाला पीपल का पौधा लगाकर प्राकृतिक ऑक्सीजन हब बनाने की शुरुआत की.
अटल उदय वन का किया निरीक्षण
अटल उदय वन के निरीक्षण के दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग कर लगाए जा रहे पौधों की तकनीकी और उगाए जा रहे पौधों की नर्सरी की जानकारी प्राप्त की. इस दौरान एचसीएल फाउंडेशन के सदस्यों ने बताया कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण कुछ व्यवधान आया है, उसके पश्चात भी 42 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं. इस वर्ष 80 हजार और पौधे लगाए जाएंगे. महापौर ने अटल उदय वन में अधिकारियों संग बैठक कर कहा कि प्रकृति ने दुनिया को अपना महत्त्व समझा दिया है और इसके बाद अब हम सभी लोगों को अपनी गलती का एहसास कर लेना चाहिए. कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कीमत को समझते हुए शहर को प्राकृतिक ऑक्सीजन युक्त बनाना ही पड़ेगा. इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है. अतः हम जो प्रकृति से प्राप्त कर रहे हैं उसको लौटने के लिए अपने जीवनकाल में कम से कम 5 सर्वाधिक ऑक्सीजन पैदा करने वाले पेड़ लगाने ही चाहिए.
महापौर संयुक्ता भाटिया ने अटल उदय वन को विकसित किए जाने के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए वन में सर्वाधिक प्राकृतिक ऑक्सीजन देने वाले पौधे लगाए जाने की योजना बनवाई. साथ ही वन में एक ऑक्सीजन कॉरिडोर भी बनाने के लिए निर्देशित किया. महापौर ने उद्यान अधीक्षक गंगा राम गौतम को निर्देश दिए कि लखनऊ के समस्त पार्कों में पौधरोपण के दौरान सर्वाधिक प्राकृतिक ऑक्सीजन देने वाले पौधों को वरीयता दी जाए, ताकि लखनऊ को प्राकृतिक ऑक्सीजन हब के रूप में विकसित किया जा सके.
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सुधारा जाएगा एयर क्वालिटी इंडेक्स
महापौर संयुक्ता भाटिया ने शहर की हवा के स्तर को सुधारने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं. एक ओर उन्होंने लखनऊ में एयर क़्वालिटी इंडेक्स को सुधारने के लिए एयर क़्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन बनाने के लिए फंड जारी किया, वहीं पार्कों में सर्वाधिक ऑक्सीजन देने वाले पौधे लगाकर हरियाली विकसित करने के लिए 25 करोड़ रुपये भी जारी किए. इसके अतिरिक्त प्रमुख धुंआ छोड़ती व्यस्त सड़कों और औद्योगिक क्षेत्रों में ग्रीन बफर बनाने, हवा से धूल के कणों की सफाई के लिए एंटी स्मॉग गन जैसी आधुनिक मशीनें भी पर्यावरण की सेहत सुधारने के लिए लखनऊवासियों को समर्पित की.