लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अबकी बसपा के टिकट को संभावित दावेदारों को बहन जी के सवालों का जवाब देगा. ऐसे में जो प्रार्थी सही जवाब देंगे उन्हें उम्मीदवार बनाया जाएगा और जो गलत जवाब देंगे उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी. सूत्रों की मानें तो पहले लिखित इम्तिहान और फिर चार चरणों में साक्षात्कार लिए जाएंगे. हालांकि, क्षेत्रवार आए प्रार्थी आवेदन की सूची को अभी पूरी तरह से शॉर्टलिस्टेड नहीं किया गया है, बावजूद इसके पार्टी ने कुछ संभावित उम्मीदवारों को राजधानी लखनऊ स्थित कार्यालय में बुलाना शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक पार्टी सुप्रीमो मायावती खुद ही संभावित उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेंगी और जो उनके पूछे गए सवालों का सटीक जवाब देंगे उन्हें टिकट और गलत जवाब देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
दरअसल, सूबे में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव (2022) को अब चंद महीने शेष बचे हैं. वहीं, देश के सबसे बड़े प्रदेश की सियासी कमान हासिल करने को सभी पार्टियों ने ऐड़ी चोटी का दम लगा दिया है.
इसे भी पढ़ें - अब UP में प्रशांत के बंधु पार लगाएंगे कांग्रेस की नैया, ऐसी है तैयारी
इसके अलावा अब पार्टियां यह तय करने में जुट गई है कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा, किसको टिकट देना है और किसको नहीं, इसी बीच बहुजन समाज पार्टी ने संभावित उम्मीदवारों के साक्षात्कार शुरू कर दिए हैं और पार्टी की सुप्रीमो मायावती खुद उन प्रार्थियों का साक्षात्कार लेंगी.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बसपा ने उन लोगों को लखनऊ बुलाना शुरू कर दिया है, जिनको आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी टिकट दे सकती है. साथ ही पार्टी सुप्रीमो मायावती स्वयं ही संभावित प्रत्याशियों से सवाल पूछेंगी और उनकी योग्यता परखरने के बाद यह निर्णय लेंगी कि आगे उन्हें मैदान में उतारना है कि नहीं.
चार चरणों में होंगे साक्षात्कार
उम्मीदवारी की दावेदारी करने वाले संभावित प्रार्थियों को टिकट हासिल करने के लिए निर्धारित चार चरणों के साक्षात्कार से होकर गुजरना होगा. बताया गया कि टिकट के दावेदारों से उनके निर्वाचन क्षेत्र के बारे में लिखित जानाकारी ली जाएगी.
साथ ही इलाकेवार लोगों की मुख्य परेशानियों व उसके समाधान पर राय मांगी जाएगी. ऐसे में अगर पहले चरण में वह पास होता है तो फिर उसे दूसरे चरण के साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा.
दी अगर गलत जानकारी तो होगी कार्रवाई
इधर, संभावित चेहरों से साक्षात्कार के दौरान उनकी क्षेत्र में छवि और सियासी अनुभव के बारे में सवाल किए जाएंगे. इसके साथ ही जो जवाब वे देंगे उसे ही उन्हें विस्तृत रूप में लिखकर भी देना होगा. साथ ही यह भी बताया गया कि इलाके के लोगों से सर्वे करके भी उनकी छवि के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी.
ऐसे में अगर टिकट हासिल करने को कोई गलत जानकारी देता है तो फिर उसके खिलाफ झूठा डेटा देने के मामले में पार्टी एक्शन भी लेगी.
अंतिम चरण में पूछे जाएंगे ऐसे सवाल...
बताया गया कि चौथे व अंतिम चरण में संभावित चेहरों से पार्टी कुछ ऐसे सवाल करेगी, जो उसके सियासी वजूद से संबंधित होंगे. जैसे कि आपको किस आधार पर पार्टी टिकट दे, इसकी खास वजह बताए. दूसरा आपके सामने जो दूसरी और तीसरी पार्टी के लोग चुनाव लड़ रहे हैं, उनकी ताकत व कमजोरी भी संभावित चेहरों को बताना होगा.
वहीं, अंतिम सवाल उनकी क्षमता व काम पर आधारित होगा, जो उनके निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव जीतने के लिए सबसे अहम होगा.