लखनऊ: बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पूरे देशभर में नये नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ लगातार उग्रता बढ़ रही है. उसे दबाने के लिए सरकारी दमन गंभीर चिंता का विषय है. मायावती ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.
मायावती ने उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की
बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने सोमवार को अपने एक बयान में कहा कि नये नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसा हुई. इसमें अलीगढ़ और दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी और पूरे जामिया इलाके में काफी बेकसूर छात्र और आमलोग शिकार हुए हैं. सरकारी संपत्ति का भी काफी नुकसान हुआ है. यह अतिदुर्भाग्यपूर्ण और अतिनिंदनीय भी है.
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे में केंद्र की सरकार को चाहिए कि वह इन वारदातों की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराए और उनके मूलदोषी लोगों को कानून के तहत सजा दिलाए.
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि वरना यह आग पूरे देश में खासकर शिक्षण संस्थानों में भी काफी बुरी तरह से फैल सकती है. जो देश और आम जनहित में नहीं होगा.
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उन्होंने कहा कि असम और बंगाल की तरह ही दिल्ली, अलीगढ़ विश्वविद्यालयों में इस नए कानून के खिलाफ विरोध करने वालों पर पुलिस ने बर्बरता से लाठीचार्ज किया है. इसकी फोटो अखबारों की सुर्खियों में हैं. इन घटनाओं की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
बसपा सुप्रीमो मायावती दमनकारी कार्रवाई की बात कर रही हैं, लेकिन वे खुद बोल रही हैं. मायावती जब आप बोल सकती हैं तो हर कोई बोल सकता है. कभी भी किसी की आवाज नहीं दबाई जा रही है. बसपा सुप्रीमो मायावती को सोचना चाहिए कि अगर आवाज कभी दबाई गई तो वह इमरजेंसी के दौरान दबाई गई थी और उन्हें इस पर विचार करना चाहिए.
-सिद्धार्थ नाथ सिंह, प्रवक्ता, उप्र सरकार