लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती ने पंचायत चुनाव में सत्ता व सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. कहा कि इसके बावजूद 25 से अधिक जिलों में बसपा ने शानदार प्रदर्शन किया. इसे लेकर उन्होंने पार्टी वर्करों को बधाई दी है. एक बयान जारी कर मायावती ने कहा कि यूपी पंचायत चुनाव की मतगणना बुधवार तक जारी रही. इसमें सत्ता व सरकारी मशीनरी का भारी दुरुपयोग एवं विरोधी पार्टियों द्वारा अपार धनबल के इस्तेमाल के बावजूद बसपा ने प्रदेश में जो परिणाम हांसिल किये हैं, वह अति-उत्साहवर्द्धक हैं.
विधानसभा चुनाव के लिए जोश भरने वाले हैं ये परिणाम
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पंचायत चुनाव में अच्छी जीत अगामी विधानसभा चुनाव के लिए लोगों में नई उर्जा, जोश भरने व हौंसले बुलंद करने वाला है. मायावती ने प्रदेश की जनता का तहेदिल से आभार व्यक्त किया. साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई दी. विरोधी पार्टियों के उम्मीदवारों को पछाड़ते हुए जितने भी निर्दलीय उम्मीदवार कामयाब हुए हैं, उनमें से ज्यादातर बीएसपी से जुड़े लोग हैं जिन्होंने खासकर रिजर्व सीटों पर आम सहमति नहीं बन पाने पर अपने दम पर ही चुनाव लड़कर जीत हासिल की है.
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जहां आम सहमति नहीं बनी तो नुकसान हुआ
उत्तर प्रदेश के जिन जिलों में बीएसपी समर्थित उम्मीदवार के लिए आम सहमति बन गई थी, वहां बीएसपी का अच्छा रिजल्ट आया. जिन जिलों में आम सहमति नहीं बनी, वहां एक-एक सीट पर कई लोग बीएसपी का झण्डा-बैनर आदि लेकर चुनाव लड़ते रहे. वहां सामान्य सीटों पर पार्टी को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ क्योंकि वहां दलितों ने जीतने वाले उम्मीदवार को देखकर एकतरफा अपना वोट ट्रांसफर कर दिया.
इन जिलों में अच्छा प्रदर्शन हुआ
मायावती ने चुनाव परिणामों के संबंध में कहा कि बसपा का अधिकांश जिलों में अच्छा प्रदर्शन रहा है. खासकर आगरा, मथुरा, मेरठ, बुलन्दशहर, गाजियाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद, हापुड़, शाहजहांपुर, कानपुर देहात, जालौन, बांदा, चित्रकूट, लखीमपुर खीरी, हरदोई, सुलतानपुर, बलरामपुर, संत कबीर नगर, महाराजगंज, आजमगढ़, मऊ, प्रयागराज, भदोही, मिर्जापुर, चंदौली में बीएसपी का काफी बेहतरीन रिजल्ट आया है. इसके साथ ही इस चुनाव में पार्टी के लोगों ने कोरोना नियमों का पालन करते हुए जबरदस्त उत्साह दिखाया है जो सराहनीय है. इस चुनाव में भी अगर सब कुछ स्वतंत्र व निष्पक्ष ढंग से होता और बीएसपी के कई-कई उम्मीदवार एक सीट पर खड़े नहीं होते तो निश्चय ही बीएसपी का प्रदर्शन और अधिक बेहतर होता.