लखनऊ: इत्तिहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा अपने भड़काऊ बयानों के लिए जाने जाते हैं. आज बिना शर्त उन्होंने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की. तौकीर रजा ने कहा प्रदेश के हालात देखने के बाद, वर्तमान सरकार को देखने के बाद, पिछली सरकार के कार्यकाल को देखने के बाद जिसमें 176 दंगे हुए, यह सोचकर अब हम कांग्रेस पार्टी को बिना शर्त समर्थन दे रहे हैं. प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लालू के अलावा उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन शाहनवाज आलम मौजूद थे.
कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि आइएमसी खुद चुनाव न लड़कर कांग्रेस पार्टी को समर्थन दे रही है. उन्होंने माना कि कांग्रेस की आज ये हालत हमारी वजह से हुई है. हम कांग्रेस से कुछ बात को लेकर नाराज थे, इसका फायदा बीजेपी को मिला. हम अपनी गलती मानते हैं और अब कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने समाजवादी पार्टी से मुलाकात की, बसपा से भी मुलाकात की, लेकिन अब मुझे समझ आया कि कांग्रेस पार्टी ही सही है. अखिलेश यादव की सरकार भाजपा से भी ज्यादा मुसलमानों के लिए खतरनाक हो सकती है. मुसलमानों को बहुत सोच समझकर वोट करना होगा. हमें यादववाद नहीं चाहिए, जाटववाद नहीं चाहिए, हमें मानववाद की राजनीति करनी है. अब मानववाद की राजनीति सिर्फ कांग्रेस करती है. उन्होंने कहा मैंने अखिलेश से ये भी कहा कि जब यह सरकार सत्ता से जाएगी तो दंगा फसाद करेगी, लेकिन अखिलेश ने कहा कि दीपावली के बाद इसका जवाब देंगे. उन्होंने आज तक जवाब नहीं दिया. जब प्रियंका गांधी से मुलाकात हुई तब मैंने कहा कि दंगा जांच आयोग बनाया जाना चाहिए, जिससे असल दंगाई को पकड़ने में आसानी हो सके. तब प्रियंका गांधी ने फौरन मेनिफेस्टो कमेटी को फोन किया और इस पर अपनी सहमति दे दी. इसीलिए मैंने कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला लिया. उन्होंने कहा हम 2022 नहीं 2024 भी जीतकर आएंगे.
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मौलाना तौकीर रजा ने कांग्रेस को समर्थन दिया है, इसके लिए मैं उनका हृदय से धन्यवाद करता हूं. उत्तर प्रदेश के फेलियर मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश को धोखा देने वाले मुख्यमंत्री, भय भूख भ्रष्टाचार फैलाने वाले मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के बुनियादी सवालों पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा आज महंगाई की बात नहीं हो रही है, केवल अखिलेश यादव से नूराकुश्ती खेल रहे हैं. अखिलेश यादव की 2012 से 2017 तक सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने 2017 से 2022 तक का शासन रहा, दोनों ने सभी वर्गों को हताश किया है. गरीबों, किसानों के साथ विश्वासघात किया है. कैसे भूल गए हाथरस की बेटी के साथ अन्याय हुआ, आज मीडिया तंत्र पर भी बड़े उद्योगपतियों का पूरा समावेश बना हुआ है. उत्तर प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहा है. अजय कुमार लल्लू ने कहा महिला सुरक्षा पर बात होनी चाहिए, समीकरणों की राजनीति नहीं, धर्म की राजनीति नहीं, जाति की राजनीति नहीं, इस बार मुद्दों पर राजनीति होगी.
अजय कुमार लल्लू ने योगी आदित्यनाथ को निर्जीव मुख्यमंत्री बताया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को महंगाई और बेरोजगारी का रिपोर्ट कार्ड उत्तर प्रदेश की जनता के सामने प्रस्तुत करना चाहिए. लेकिन इस पर कोई बात नहीं हो रही है यह बिल्कुल ठीक नहीं. इस बार उत्तर प्रदेश में मुद्दों की राजनीति होगी.