लखनऊ: धर्म परिवर्तन की मुहिम के अहम किरदार व धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार मौलाना मोहम्मद उमर गौतम उर्फ श्याम प्रताप सिंह का पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. ATS के हाथ उमर गौतम के दो नए वीडियो लगे हैं, जिसमें मोहम्मद उमर गौतम ने कहा कि 18 बार तो वह केवल इंग्लैंड ही गया है. उमर ने कहा कि जहां यूनिवर्सिटी में वह पढ़ाई करता था, वहां पर उसने 7 लोगों का धर्मांतरण कराया. उसमें उसका एक मित्र गोरखपुर का भी था. वह 4 बार अमेरिका और अफ्रीका समेत कई देशों में वह कई बार जा चुका है. मोहम्मद उमर ने स्वीकार किया कि इस्लामिक दिल्ली सेंटर से करीब एक हजार से ज्यादा सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं. पोलैंड, पुर्तगाल, जर्मनी, सिंगापुर, अमेरिका, इंग्लैंड समेत अन्य देशों से आकर लोगों ने अपना सर्टिफिकेट बनवाया.
कई देशों में फैला है धर्मांतरण का संजाल
वीडियो में उमर गौतम कह रहा है कि इस्लामिक दावा सेंटर में महीने में औसत 15 से ज्यादा लोगों का धर्मान्तरण डॉक्यूमेंट तैयार किया जाता है. इतना ही नहीं उसने इस्लामिक दावा सेंटर (जामिया, दिल्ली) में करीब 1,000 लोगों के धर्मान्तरण संबंधी कागजात जारी किए. वीडियो में वह कुबूल कर रहा है कि वह इस्लाम धर्म से प्रभावित है और अन्य लोगों को इस्लाम अपनाने में मदद की है. एक पुराने वीडियो में उमर गौतम यह भी कहता नजर आ रहा है कि इस्लामिक दावा सेंटर में इंग्लैण्ड, सिंगापुर और पोलैंड समेत कई देशों तक में धर्मांतरण का काम होता है.
NIA भी करेगी जांच
धर्मांतरण प्रकरण में जल्द ही NIA जुड़ सकती है. अब तक ATS की जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण प्रकरण की जड़ें न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि कई अन्य राज्यों में फैली हैं. इस प्रकरण का मुख्य किरदार दिल्ली के जामिया नगर में है. विदेशी फंडिंग के इनपुट्स मिलने के बाद केंद्रीय एजेंसियां अलर्ट हैं. बुधवार दोपहर से ATS एक बार फिर मौलाना जहांगीर और उमर गौतम से पूछताछ शुरू करेगी. ATS ने दोनों मौलानाओं को 7 दिन के रिमांड पर लिया है.
एक अन्य वीडियो में भी खोले कई राज
पुराने वीडियो में उमर गौतम यह भी कहता नजर आ रहा है कि इस्लामिक दावा सेंटर में इंग्लैण्ड, सिंगापुर और पोलैंड समेत कई देशों तक के लोगों के धर्मांतरण का काम होता है. वह कह रहा है कि लोगों के इस्लाम कबूल करने से अल्लाह का काम हो रहा है. इतना ही नहीं वीडियो में वह गोरखपुर के यादव परिवार के लड़के और कानपुर की एक छात्रा का भी नाम ले रहा है, जिसने उससे प्रभावित होकर इस्लाम कबूल किया.
7 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर उमर गौतम
गौरतलब है कि गिरफ्तारी के बाद यूपी एटीएस को उमर गौतम और जहांगीर की 7 दिन की रिमांड भी मिल गई है. इन दोनों ने अब तक गरीब महिलाओं के साथ मूक-मधिर गरीब बच्चों और अपाहिजों को मिलाकर 1,000 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण कराया है. एटीएस के मुताबिक, उमर और जहांगीर न सिर्फ लालच, बल्कि डरा-धमका कर भी धर्म परिवर्तित करवाते थे.
इसे भी पढ़ें:- हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी कर फंसे इटावा के डिप्टी CMO
उमर गौतम क्षत्रिय से बना मुसलमान
श्याम प्रताप सिंह गौतम उर्फ मोहम्मद उमर गौतम मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के ग्राम पंथुआ का रहने वाला है, जबकि वह जाति से क्षत्रिय है. हालांकि उसके मुसलमान बनने की कहानी खासी दिलचस्प है. जानकारी के मुताबिक, स्कूलिंग के बाद जब वह ग्रेजुएशन के लिए नैनीताल हॉस्टल में शिफ्ट हुआ तो उस दौरान उसके पैर में चोट लग गई थी. इस दौरान उसकी बगल वाले कमरे में रहने वाले छात्र ने मदद की थी, जो कि मुस्लिम था. वहीं, छात्र ही श्याम को डॉक्टर के पास ले जाया करता था और साथ ही मंदिर भी. इसके बाद श्याम का इस्लाम के प्रति झुकाव हो गया है और उसने इस्लाम की किताबें हिंदी में पढ़ीं तो उस पर इसका गहरा असर हुआ. इसी वजह से उसने 1984 में अपना धर्म परिवर्तित कर लिया और श्याम प्रताप सिंह गौतम से मोहम्मद उमर गौतम बन गया.
बोले ADG लॉ एंड ऑर्डर
अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि धर्मांतरण के आरोपियों पर रासुका और संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा धर्मांतरण का मामला यूपी समेत 7 राज्यों से जुड़ा हुआ है. ऐसे में इस पूरे मामले पर एनआईए की भी नजर है. साथ ही विदेशों में हुई फंडिंग को लेकर केंद्रीय एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं. इसलिए आने वाले समय में NIA को इस मामले की जांच सौंपी जा सकती है.