लखनऊ : गोमती रिवर फ्रंट (Gomti River Front) पर ला मार्टिनियर कॉलेज (La Martiniere College) के पास बनाया गया फ्लड लाइट वाला क्रिकेट स्टेडियम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वैकल्पिक हेलीपैड बना दिया गया है. जब ला मार्टिनियर कॉलेज के हेलीपैड में कोई दिक्कत आती है तो उसकी जगह इस स्टेडियम का इस्तेमाल किया जाता है. जबकि पिछले 6 साल से फ्लड लाइट वाले लाखों रुपए की लागत से बनाए गए इस स्टेडियम पर एक भी अच्छा मैच नहीं खेला गया है. अब कमिश्नर रौशन जैकब ने इस स्टेडियम को संचालित करने के निर्देश रखना विकास प्राधिकरण को दिए हैं. बहरहाल अड़ंगा अभी हेलीपैड का बना हुआ है.
इस स्टेडियम को न्यूजीलैंड और इंग्लैंड (New Zealand and England) के छोटे स्टेडियम की तर्ज पर सिंचाई विभाग (Irrigation Department) ने बनाया था. जिसमें स्टैंड की जगह घास के टीलों का निर्माण किया गया था. इसके अलावा रात में मैच खेलने की सुविधा को देखते हुए यहां चार फ्लड लाइट टावर (Four Flood Light Tower) भी लगाए गए थे. अच्छे स्तर के मैच कराने और खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी थी. मगर यह स्टेडियम कभी भी इस कल्पना पर कभी भी खरा नहीं उतर सका.
लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) ने इसको संचालन के लिए लेने का कई बार प्रयास किया, लेकिन सिंचाई विभाग ने इस पर अपनी सहमति नहीं जताई. सिंचाई विभाग की ओर से कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवागमन के लिए ला मार्टिनियर कॉलेज के ग्राउंड पर जो हेलीपैड है उसका वैकल्पिक इंतजाम किस मैदान में किया गया है. इसलिए इसको संचालन के लिए नहीं दिया जा सकता है. हालांकि इस मैदान से कभी भी मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर नहीं उड़ाया गया है. इसके बावजूद पेशेवर तौर पर क्रिकेट खेलने वालों को या मैदान नहीं दिया जा रहा है. यह बात दीगर है कि अधिकारियों के अपरोच के दम पर कुछ लोग यहां पर समय-समय पर क्रिकेट जरूर खेल लेते हैं. मंडलायुक्त रौशन जैकब (Divisional Commissioner Roshan Jacob) ने इस स्टेडियम को लेकर कहा है कि स्टेडियम के नियमित संचालन को लेकर सिंचाई विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश दिए जाएं. इसके अलावा इस स्टेडियम का संचालन एलडी अपने स्तर से करे. इसकी बुकिंग की जाए ताकि कुछ आय हो जो रिवर फ्रंट के अनुरक्षण पर खर्च की जा सके.
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