लखनऊ: प्रदेश में मौसम लगातार करवट बदल रहा है. दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे तापमान से आमजम परेशान हैं. हालांकि शाम ढलते ही मौसम सुहाना हो जाता है. इस वजह से लोग थोड़ा राहत महसूस कर रहे हैं. मौसम विज्ञानिकों की मानें तो यह लो प्रेशर जोन की वजह से हो रहा है, लेकिन इसके बावजूद मानसून आने में अभी देरी है.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून पहले 20 जून के बाद आने वाला था, लेकिन अब इसमें डेढ़ हफ्ते की देरी होगी. जून के अंत तक मानसून आ जाएगा. मौसम वैज्ञानिकों ने इस साल कम बारिश होने के आसार जताए हैं. मानसून के देरी से आने की वजह से प्री मानसून का भी कोई इशारा नहीं मिल रहा है. मौसम विज्ञानियों का मानना है कि वाष्पीकरण के चलते शाम को मौसम सुहाना हो जाता है, लेकिन इसे प्री मानसून नहीं कहा जा सकता है.
लखनऊ विश्वविद्यालय के जियोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर ध्रुवसेन सिंह ने बताया कि दिन में अधिक पारा और शाम को मौसम सुहाना इस वजह से हो रहा है, क्योंकि हमारे आसपास लो प्रेशर जोन क्रिएट हो जाता है. 21 जून को विश्व संक्रांति होती है, तब तक यह तापमान यूं ही दिन में बढ़ता रहेगा. इस समय सूर्य की किरणें अधिकतम कर्क रेखा पर पड़ती हैं. भारत में कर्क रेखा बिल्कुल बीच से होकर गुजरती है. इस वजह से सूर्य की किरणें लंबोध और सबसे अधिक पड़ती हैं.