ETV Bharat / state

भोजपुरी के तीनों सुपरस्टार लोकसभा चुनाव में भाजपा की नैया लगाएंगे पार - दिनेश यादव निरहुआ

भोजपुरी के तीनों सुपरस्टार मनोज तिवारी, रवि किशन शुक्ला और दिनेश यादव 'निरहुआ' लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से मैदान में हैं. मनोज तिवारी जहां उतर-पूर्वी दिल्ली से ताल ठोक रहे हैं तो वहीं रवि किशन शुक्ला सीएम योगी की सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. साथ ही साथ अखिलेश यादव को टक्कर देने के लिए दिनेश यादव 'निरहुआ' मैदान में हैं.

मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल यादव 'निरहुआ'
author img

By

Published : Apr 26, 2019, 9:06 PM IST

लखनऊ: भोजपुरी के तीन सुपरस्टार लोकसभा चुनाव में भाजपा की नैया पार लगाने में जोर-शोर से लगे हुए हैं. इन तीनों में से किसी ने अपना राजनीतिक सफर सपा से शुरू किया तो किसी ने कांग्रेस से, लेकिन अंत में पीएम मोदी के मैजिक को देखकर इन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. वहीं एक ने तो इसी लोकसभा चुनाव से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया है. ये तीनों सुपरस्टार मनोज तिवारी, रवि किशन शुक्ला और दिनेश यादव 'निरहुआ' हैं.

राजनीति से फिल्मी सुपरस्टारों का पुराना संबंध है. बालीवुड से लेकर दक्षिण भारत के फिल्म सुपर स्टारों तक का राजनीति में दबदबा रहा है. अब भोजपुरी फिल्मों के कलाकार भी इसी राह पर चल पड़े हैं. भोजपुरी के जाने माने सुपरस्टार मनोज तिवारी ने वर्ष 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन सीएम योगी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि बाद में मनोज तिवारी ने बीजेपी का दामन थामा और यूपी छोड़कर दिल्ली में डेरा जमा लिया.

मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' भाजपा से हैं मैदान में.

दिल्ली में बुलंद मनोज तिवारी के सितारे

दिल्ली पहुंचने का मनोज तिवारी को फायदा भी मिला और 2014 के लोकसभा चुनाव में उतर-पूर्वी दिल्ली से उन्हें टिकट मिल गया. मोदी लहर में मनोज तिवारी संसद के गलियारे में पहुंच गए और धीरे-धीरे दिल्ली में की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने लगे. भाजपा में अमित शाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद मनोज तिवारी को फायदा भी हुआ. अमित शाह ने उन्हें दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया और राजनीति में उनके सितारे बुलंद होते गए. इस बार फिर से मनोज तिवारी बीजेपी के टिकट पर उतर-पूर्वी दिल्ली से मैदान में हैं.

योगी की सीट पर भगवा फहराने की तैयारी में रवि किशन

वहीं भोजपुरी फिल्मों के दूसरे सुपरस्टार रवि किशन शुक्ला की बात की जाए तो रवि किशन ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से जौनपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतरे थे, लेकिन मोदी लहर में उनकी नैया पार नहीं लग पाई और वह चुनाव हार गए. हालांकि बाद में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का हाथ थाम लिया और भाजपा ने भी इस बार गोरखपुर में कमल खिलाने के लिए उन्हें टिकट दे दिया इसके साथ ही भोजपुरी फिल्मों तीसरे बड़े सुपरस्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' की सियासी पारी का आगाज भी बीजेपी के साथ आजमगढ़ लोकसभा सीट से हो रहा है. उनकी टक्कर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से है.

आजमगढ़ से अखिलेश जीतेंगे चुनाव

वहीं तीनों भोजपुरी सुपरस्टारों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. उमा शंकर पांडेय ने कहा कि भाजपा की नाव इस चुनाव में डूब रही है. मुझे रवि किशन से हमदर्दी जरूर है, क्योंकि पिछली बार वह कांग्रेस से चुनाव लड़े थे और इस बार भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन उनको कांग्रेस की लहर नहीं दिखाई दे रही है. रही बात मनोज तिवारी और निरहुआ की तो आजमगढ़ में निश्चित रूप से अखिलेश यादव चुनाव जीतेंगे. हमारी पार्टी ने वहां से उम्मीदवार नहीं उतारा है.

दिल्ली की जनता देगी मनोज तिवारी को जवाब

डॉ. उमा शंकर पांडेय ने कहा कि मनोज तिवारी दिल्ली में इस बार चुनाव हारेंगे. पिछली बार भले ही वह चुनाव जीत गए थे, लेकिन पांच सालों में उन्होंने जो कारनामे किए हैं, दिल्ली की जनता ने उसको देखा है. वहीं भाजपा प्रवक्ता हीरो बाजपेयी ने कहा कि देश में मोदी की एक छवि है और मुझे लगता है कि सारे भोजपुरी स्टार बीजेपी में राष्ट्रवाद देखते हैं. देशभर में राष्ट्रवाद की जो धारा बह रही है, वह सारे भोजपुरी स्टार को भाजपा की तरफ आकर्षित कर रही है. यही वजह है कि तीनों भोजपुरी के स्टार इस बार बीजेपी के साथ हैं.

लखनऊ: भोजपुरी के तीन सुपरस्टार लोकसभा चुनाव में भाजपा की नैया पार लगाने में जोर-शोर से लगे हुए हैं. इन तीनों में से किसी ने अपना राजनीतिक सफर सपा से शुरू किया तो किसी ने कांग्रेस से, लेकिन अंत में पीएम मोदी के मैजिक को देखकर इन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. वहीं एक ने तो इसी लोकसभा चुनाव से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया है. ये तीनों सुपरस्टार मनोज तिवारी, रवि किशन शुक्ला और दिनेश यादव 'निरहुआ' हैं.

राजनीति से फिल्मी सुपरस्टारों का पुराना संबंध है. बालीवुड से लेकर दक्षिण भारत के फिल्म सुपर स्टारों तक का राजनीति में दबदबा रहा है. अब भोजपुरी फिल्मों के कलाकार भी इसी राह पर चल पड़े हैं. भोजपुरी के जाने माने सुपरस्टार मनोज तिवारी ने वर्ष 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन सीएम योगी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि बाद में मनोज तिवारी ने बीजेपी का दामन थामा और यूपी छोड़कर दिल्ली में डेरा जमा लिया.

मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' भाजपा से हैं मैदान में.

दिल्ली में बुलंद मनोज तिवारी के सितारे

दिल्ली पहुंचने का मनोज तिवारी को फायदा भी मिला और 2014 के लोकसभा चुनाव में उतर-पूर्वी दिल्ली से उन्हें टिकट मिल गया. मोदी लहर में मनोज तिवारी संसद के गलियारे में पहुंच गए और धीरे-धीरे दिल्ली में की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने लगे. भाजपा में अमित शाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद मनोज तिवारी को फायदा भी हुआ. अमित शाह ने उन्हें दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया और राजनीति में उनके सितारे बुलंद होते गए. इस बार फिर से मनोज तिवारी बीजेपी के टिकट पर उतर-पूर्वी दिल्ली से मैदान में हैं.

योगी की सीट पर भगवा फहराने की तैयारी में रवि किशन

वहीं भोजपुरी फिल्मों के दूसरे सुपरस्टार रवि किशन शुक्ला की बात की जाए तो रवि किशन ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से जौनपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतरे थे, लेकिन मोदी लहर में उनकी नैया पार नहीं लग पाई और वह चुनाव हार गए. हालांकि बाद में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का हाथ थाम लिया और भाजपा ने भी इस बार गोरखपुर में कमल खिलाने के लिए उन्हें टिकट दे दिया इसके साथ ही भोजपुरी फिल्मों तीसरे बड़े सुपरस्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' की सियासी पारी का आगाज भी बीजेपी के साथ आजमगढ़ लोकसभा सीट से हो रहा है. उनकी टक्कर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से है.

आजमगढ़ से अखिलेश जीतेंगे चुनाव

वहीं तीनों भोजपुरी सुपरस्टारों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. उमा शंकर पांडेय ने कहा कि भाजपा की नाव इस चुनाव में डूब रही है. मुझे रवि किशन से हमदर्दी जरूर है, क्योंकि पिछली बार वह कांग्रेस से चुनाव लड़े थे और इस बार भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन उनको कांग्रेस की लहर नहीं दिखाई दे रही है. रही बात मनोज तिवारी और निरहुआ की तो आजमगढ़ में निश्चित रूप से अखिलेश यादव चुनाव जीतेंगे. हमारी पार्टी ने वहां से उम्मीदवार नहीं उतारा है.

दिल्ली की जनता देगी मनोज तिवारी को जवाब

डॉ. उमा शंकर पांडेय ने कहा कि मनोज तिवारी दिल्ली में इस बार चुनाव हारेंगे. पिछली बार भले ही वह चुनाव जीत गए थे, लेकिन पांच सालों में उन्होंने जो कारनामे किए हैं, दिल्ली की जनता ने उसको देखा है. वहीं भाजपा प्रवक्ता हीरो बाजपेयी ने कहा कि देश में मोदी की एक छवि है और मुझे लगता है कि सारे भोजपुरी स्टार बीजेपी में राष्ट्रवाद देखते हैं. देशभर में राष्ट्रवाद की जो धारा बह रही है, वह सारे भोजपुरी स्टार को भाजपा की तरफ आकर्षित कर रही है. यही वजह है कि तीनों भोजपुरी के स्टार इस बार बीजेपी के साथ हैं.

Intro:नोट: कृपया भोजपुरी स्टार्स के विजुअल वहीं से इस्तेमाल करने की कृपा करें। धन्यवाद।

भोजपुरी के तीनों सुपरस्टार इस बार भाजपा की वैतरणी लगा रहे पार

लखनऊ। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपना लोहा मनवाने वाले भोजपुरी के तीनों सुपरस्टार इस बार के चुनाव में बीजेपी की वैतरणी पार लगाते हुए नजर आ रहे हैं। इन तीनों में से किसी ने उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी से सफर शुरू किया और अब भारतीय जनता पार्टी के साथ है तो किसी के सियासी सफर का आगाज कांग्रेस पार्टी से हुआ और वह इस बार बीजेपी के साथ है, वहीं किसी ने इसी बार के चुनाव से अपनी राजनीतिक पारी का श्रीगणेश किया। जी हां हम बात कर रहे हैं भोजपुरी के सुपरस्टार मनोज तिवारी, रवि किशन शुक्ला और दिनेश यादव 'निरहुआ' की।


Body:मनोज तिवारी ने वर्ष 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा और हार गए। इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थामा तो उत्तर प्रदेश छोड़कर वे देश की राजधानी दिल्ली पहुंच गए। पार्टी ने मनोज तिवारी को बड़ा दायित्व देते हुए दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। इससे पहले उन्हें पार्टी ने टिकट दिया और वह सांसद भी बने। इस बार फिर से मनोज तिवारी बीजेपी के टिकट पर दिल्ली से चुनाव मैदान में हैं।
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के दूसरे सुपरस्टार रविकिशन शुक्ला की बात की जाए तो रवि किशन ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में हाथ के साथ जौनपुर से चुनावी मैदान में पैर रखे, लेकिन जनता ने उन्हें अपना हाथ नहीं थमाया, लिहाजा रवि किशन के पैर लड़खड़ा गए। यानि चुनाव में वे बड़े अंतर से हार गए। इस बार रविकिशन कांग्रेस छोड़ बीजेपी का कमल खिलाने गोरखपुर से मैदान में उतरे हैं। इसके साथ ही भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के तीसरे बड़े सुपरस्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' की सियासी पारी का आगाज इस बार बीजेपी के साथ आजमगढ़ लोकसभा सीट से हो रहा है। उनकी टक्कर सपा सुप्रीमो व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से है। अब इन तीनों सुपरस्टार्स के कंधों पर अपने साथ ही भाजपा की भी वैतरणी पार लगाने की जिम्मेदारी है।

बाइट

भारतीय जनता पार्टी की नाव पूरी तरीके से इस चुनाव में डूब रही है। मुझे रवि किशन से सिंपैथी जरूर है क्योंकि पिछली बार वे कांग्रेस से लड़े और उनकी जमानत जब्त हुई, लेकिन इस बार फिर उनको कांग्रेस की लहर नहीं दिखाई दे रही है। वह चुनाव के चक्कर में भारतीय जनता पार्टी में गए हैं। वह डूबती हुई नाव में सवार हुए हैं। निश्चित तौर पर रवि किशन के मत्थे पर इस बार भी तिलक नहीं लगेगा। इस बार भी उनकी जमानत जब्त होने वाली है। रही बात मनोज तिवारी और निरहुआ की, तो आजमगढ़ में निश्चित रूप से कांग्रेस कैंडिडेट उतरता तो जीतता, लेकिन पार्टी ने कैंडिडेट नहीं उतारा,ऐसे में अखिलेश यादव वहां चुनाव जीतेंगे। उनकी कोई भी लड़ाई निरहुआ से है ही नहीं। मनोज तिवारी दिल्ली में इस बार चुनाव हारेंगे। पिछली बार चुनाव जीत गए थे, लेकिन 5 साल जो उन्होंने कारनामे किए हैं दिल्ली की जनता ने उसको देखा है। चाहे एक सांसद के रूप में और चाहे प्रदेश अध्यक्ष के रूप में। उनको जनता इस बार सबक सिखाने का काम करेगी।

डॉ. उमा शंकर पांडेय, प्रवक्ता कांग्रेस

बाइट

देश में मोदी की एक छवि है और मुझे लगता है कि सारे भोजपुरी स्टार बीजेपी में राष्ट्रवाद देखते हैं। देशभर में राष्ट्रवाद की जो धारा बह रही है वह सारे भोजपुरी स्टार्स को भाजपा की तरफ आकर्षित कर रही है। यही वजह है कि तीनों भोजपुरी के स्टार इस बार बीजेपी के साथ हैं।

हीरो बाजपेई: प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी


Conclusion:अब चुनाव के परिणाम यह बताएंगे कि यह तीनों सुपरस्टार मिलकर क्या कमल खिला पाते हैं। क्या अपनी सीट के साथ-साथ भाजपा की सीटें बढ़ाने जैसा कमाल कर पाते हैं। फिलहाल अभी तक की जो स्थिति है उससे रवि किशन की सीट मजबूत लग रही है, वहीं दिल्ली में मनोज तिवारी फाइट कर रहे हैं, लेकिन आजमगढ़ सीट पर अभी कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.