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बढ़ते कोरोना संक्रमण से मलिहाबाद फलपट्टी के बागवान चिंतित

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बढ़ते कोरोना संक्रमण ने आम व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है. व्यापारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने से आम दूसरों राज्यों में नहीं पहुंच पाता. दूसरे राज्यों में निर्यात न होने के कारण आम व्यापारियों को भारी नुकसान की चिंता सता रही है.

बागवान चिंतित
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Published : Mar 29, 2021, 9:59 PM IST

लखनऊ: देश के अलग-अलग राज्यों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से मलिहाबाद फलपट्टी के बागवान अपनी फसल को लेकर चिंतित हैं. बागवानों का कहना है कि पिछले वर्ष इसी माह में आई कोरोना महामारी से वे भारी नुकसान की चपेट में हैं. कोरोना का अगर दोबारा सामना करना पड़ा तो वह पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे. बागवानों ने कहा कि हमारे सामने अब जीवन यापन करने का कोई विकल्प भी नहीं बचेगा. लॉकडाउन की अफवाहों को देखते हुए आम व्यापारी बाग की खरीदारी करने से परहेज कर रहे हैं.

बागवान चिंतित

आम खपत वाले राज्यों में कोरोना पसार रहा पैर

क्षेत्र के बड़े बागवान राम गोपाल यादव कहते हैं कि देश के जिन राज्यों में हमारे आम की बड़ी खफत होती है. उन राज्यों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि हमारे आम की ज्यादातर डिमांड महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली आदि राज्यों से होती है. इन राज्यों में तेजी से कोरोना बढ़ रहा है, जो बागवानों की उपज के लिए घातक है.

लॉकडाउन के चलते हुआ था करोड़ों का नुकसान

आम के कारोबारी मुशर्रफ अली ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना की वजह से बड़ा नुकसान हुआ था. नुकसान को बागवान और आढ़ती दोनों ने मिलकर इस उम्मीद के साथ सह लिया था कि आगामी फसल से इसकी भरपाई की जाएगी. कोरोना देश में जिस तरह से बढ़ रहा है. नुकसान की भरभाई इस बार भी सम्भव नहीं है.

इसे भी पढ़ें: ट्रैकमैन निभा रहे ईमानदारी से जिम्मेदारी, ताकि ट्रेन न हो बेपटरी

इस वर्ष बेहतर पैदावार की है उम्मीद

मुशर्रफ अली ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष आम के बागों में अच्छा बौर निकला है. बौर देखकर बेहतर पैदावार की उम्मीद है. आम व्यापारी ने कहा कि अगर संक्रमण बढे़गा तो लॉकडाउन लगेगा. लांकडाउन से आम को एक से दूसरे स्थान पर पहुंचने में दिक्कतें होंगी. आम के खरीदार नहीं मिलेंगे.



लखनऊ: देश के अलग-अलग राज्यों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से मलिहाबाद फलपट्टी के बागवान अपनी फसल को लेकर चिंतित हैं. बागवानों का कहना है कि पिछले वर्ष इसी माह में आई कोरोना महामारी से वे भारी नुकसान की चपेट में हैं. कोरोना का अगर दोबारा सामना करना पड़ा तो वह पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे. बागवानों ने कहा कि हमारे सामने अब जीवन यापन करने का कोई विकल्प भी नहीं बचेगा. लॉकडाउन की अफवाहों को देखते हुए आम व्यापारी बाग की खरीदारी करने से परहेज कर रहे हैं.

बागवान चिंतित

आम खपत वाले राज्यों में कोरोना पसार रहा पैर

क्षेत्र के बड़े बागवान राम गोपाल यादव कहते हैं कि देश के जिन राज्यों में हमारे आम की बड़ी खफत होती है. उन राज्यों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि हमारे आम की ज्यादातर डिमांड महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली आदि राज्यों से होती है. इन राज्यों में तेजी से कोरोना बढ़ रहा है, जो बागवानों की उपज के लिए घातक है.

लॉकडाउन के चलते हुआ था करोड़ों का नुकसान

आम के कारोबारी मुशर्रफ अली ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना की वजह से बड़ा नुकसान हुआ था. नुकसान को बागवान और आढ़ती दोनों ने मिलकर इस उम्मीद के साथ सह लिया था कि आगामी फसल से इसकी भरपाई की जाएगी. कोरोना देश में जिस तरह से बढ़ रहा है. नुकसान की भरभाई इस बार भी सम्भव नहीं है.

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इस वर्ष बेहतर पैदावार की है उम्मीद

मुशर्रफ अली ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष आम के बागों में अच्छा बौर निकला है. बौर देखकर बेहतर पैदावार की उम्मीद है. आम व्यापारी ने कहा कि अगर संक्रमण बढे़गा तो लॉकडाउन लगेगा. लांकडाउन से आम को एक से दूसरे स्थान पर पहुंचने में दिक्कतें होंगी. आम के खरीदार नहीं मिलेंगे.



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